सवा सौ साल पुराना एल्बर्ट ट्रॉट का रिकॉर्ड
15 जनवरी 1895 के दिन ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज एल्बर्ट ट्रॉट ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पदापर्ण किया था और अपने पहले ही टेस्ट में उन्होंने इंग्लैंड बैटिंग ऑर्डर की रीढ़ चटका दी थी। ट्रॉट ने उस मैच में 43 रन देकर 8 विकेट लिए थे। यह टेस्ट एडीलेड में हुआ था और 125 साल बीतने के बावजूद यह रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट सका है। जिसका मतलब यह है कि एल्बर्ट अब भी ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने अपने डेब्यू के दौरान एक टेस्ट पारी में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं।
93 साल बाद नरेंद्र हिरवानी से मिली चुनौती
इस रिकॉर्ड को ठीक 93 साल तोड़ने की एक भारतीय कोशिश लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी ने की थी। हिरवानी ने 1988 में टेस्ट डेब्यू करते हुए यह रिकॉर्ड तोड़ने को शानदार कोशिश की। हिरवानी ने इस मैच की दोनों पारियों में 8-8 विकेट लिए थे लेकिन उनके दिए गए रन एल्बर्ट से ज्यादा थे। कुल मिलाकर हिरवानी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में 136 रन देकर 16 विकेट लिए थे। हिरवानी की उम्र तब केवल 19 साल थी और वे एल्बर्ट का रिकॉर्ड ना तोड़ने के बाद भी अपना ही एक नया रिकॉर्ड कायम कर गए जो आज 32 साल बाद तक भी नहीं टूट सका।
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अब तक नहीं टूटे हैं ये दोनों रिकॉर्ड
हिरवानी ने उस मुकाबले में डेब्यू करते हुए जो पूरे टेस्ट के दौरान 136 रन देकर 16 विकेट लिए जो किसी भी गेंदबाज द्वारा पहले ही टेस्ट मैच में लिए गए सबसे ज्यादा विकेट हैं। हिरवानी उस समय केवल 19 साल के थे और उन्होंने शानदार प्रदर्शन करके भारत को तब 255 रनों से जीत दिलाई थी। हिरवानी का करियर हालांकि बाद में उस तरह का शानदार नहीं रह सका। ये गेंदबाज केवल 17 टेस्ट और 18 वनडे ही खेल पाया था। टेस्ट में उन्होंने जहां 66 विकेट लिए थे तो वनडे में उन्होंने 23 विकेट लिए।