फ्लड लाइटस में बल्लेबाजी करना मुश्किल काम
रहाणे का मानना है कि फ्लड लाइटस में बल्लेबाजी करना मुश्किल काम होगा क्योंकि पिंक बॉल इन परिस्थितियों में लेट स्विंग करती है। उन्होंने कहा कि अगर टीम को जीत हासिल करनी है तो आखिरी सत्र के लिये अलग तरह की रणनीति के साथ उतरना होगा।
रहाणे ने कहा,' इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच का हिस्सा बनकर अच्छा लग रहा है। बतौर बल्लेबाज मैं यह कह सकता हूं कि पहले और दूसरे सत्र में बल्लेबाजी करना आसान है, लेकिन रोशनी में बल्लेबाजी करना मुश्किल है। क्योंक इस वक्त गेंद देर से स्विंग ले रही होती है जिनका सामना करना एक बल्लेबाज के लिए काफी चुनौती भरा होता है।'
पहले सत्र में बल्ले पर आती है गेंद
उन्होंने कहा, 'शाम के वक्त बल्लेबजी हमेशा ही मुश्किल रहती है। डे-नाइट टेस्ट के पहले सत्र में गेंद अच्छे से बल्ले पर आती है और इसमें कोई ज्यादा मूवमेंट नहीं होता। बाद में ओस आने के कारण रणनीति में बदलाव होता है। इससे पार पाने के लिए आपको पहले सत्र में पॉजिटिव क्रिकेट खेलनी होती है।'
एक बार फिर लड़खड़ाई बांग्लादेश, भारत को जीत के लिये 4 विकेट की दरकार
गौरतलब है कि बांग्लादेश के 106 रनों के जवाब में भारत की ओर से खेलते हुए अजिंक्य रहाणे ने 51 रनों की पारी खेली। भारत को पहली पारी के आधार पर 241 रनों की बढ़त हासिल हुई।
दूसरी पारी में बांग्लादेश ने फिर से खराब शुरुआत की और सिर्फ 13 रन के स्कोर पर उसके चार बल्लेबाज पविलियन लौट गए थे। इसके बाद मुशफिकुर रहीम ने हाफ सेंचुरी बनाकर बांग्लादेशी टीम को कुछ स्थिरता प्रदान की। ताइजुल इस्लाम के रूप में बांग्लादेश ने दूसरी पारी आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे।