बॉल टेंपरिंग का पाकिस्तानी इतिहास-
यह सच है, बॉल टेंपरिंग। यह वही बॉल टेंपरिंग है जिसके लिए स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर जैसे दिग्गजों के साथ कैमरून बेंक्रॉफ्ट को एक साल के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया गया था। जबकि यह माना जाता रहा है कि वसीम अकरम, वकार युनूस और इमरान खान जैसे दिग्गजों ने गेंद को सांप की तरह स्विंग कराने के लिए नाखूनों, सोडा बोतल की कैप और ना जाने कितने जुगाड़ो का सहारा लिया था। लेकिन ये सभी स्विंग के सुल्तान अपने संन्यास के बाद ये जादू भी अपने साथ ही ले गए थे।
अफरीदी ने स्वीकारी गेंद को 'काटने' की बात-
लेकिन अब अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में स्वीकार किया है कि 2010 में जब उन्होंने पहली बार पाक टीम की कप्तानी की थी गेंद को स्विंग कराने के लिए उसको दांतों से काटा था। अफरीदी ने बताया कि उन्होंने स्विंग के लिए गेंद को कई बार काटा ताकि उसकी खुरदरी सतह का इस्तेमाल रिवर्स स्विंग के लिए किया जा सके। आपको बता दें कि अफरीदी के ऐसे कुछ वीडियो बुरी तरह वायरल भी हो चुके हैं जिनमें वे दांतों के साथ गेंद से कलाकारी कर रहे हैं और उनको इसके लिए 2 टी-20 मैचों से बैन की सजा भी सुनाई गई थी।
गौतम गंभीर की 'दिमागी इलाज' कराने की टिप्पणी पर शाहिद अफरीदी ने किया पलटवार
किताब में हो चुके हैं कई खुलासे-
आपको बता दें कि अपनी आत्मकथा में गंभीर के साथ अपनी लड़ाई का जिक्र भी अफरीदी ने किया है। उन्होंने कानपुर में हुई गर्मागर्म बहस पर कहा - 'मुझे याद है जब 2007 के एशिया कप में मेरा गंभीर के साथ यह मामला हुआ था, जब वह सिंगल रन लेने के पूरा करते हुए सीधे मेरे से उलझ रहे थे। अंपायर ने मामले को खत्म कराया नहीं तो मुझे खत्म करना पड़ता। उस समय हम दोनों में एक-दूसरे की महिला संबंधियों को लेकर खुला वार्तालाप हुआ था। इसके अलावा वे इस आत्मकथा में अपनी 'असली' उम्र बताने को लेकर भी चर्चाओं में आ चुके हैं।