स्ट्राइक रेट के आधार पर नहीं होना चाहिये चयन
शोएब महमूद का मानना है कि कोई भी टीम संतुलित तभी कहलाती है जब उसमें युवा और अनुभव का मिश्रण हो और साथ ही खिलाड़ियों का चयन करते हुए खिलाड़ियों की निरंतरता और उनके ट्रैक रिकॉर्ड को भी गिना जाना चाहिये।
क्रिकेट पाकिस्तान से बात करते हुए शोएब महमूद ने कहा,'टीम में संतुलन बनाने के लिये अनुभव और युवा का मिश्रण होना जरूरी है। दुनिया की कोई भी टीम खिलाड़ियों के स्ट्राइक रेट पर खिलाड़ियों को नहीं चुनती है और न ही यह देखती है कि कौन सा खिलाड़ी सबसे लंबे छक्के लगा सकता है। इसके बजाय खिलाड़ियों के ट्रैक रिकॉर्ड और मौजूदा फॉर्म को चयन का क्राइटेरिया बनाना चाहिये।'
मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज को भी मिलनी चाहिये थी जगह
शोहेब महमूद का मानना है कि टी20 विश्वकप टीम में पाकिस्तान को तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज को हरफनमौला खिलाड़ी शोएब मलिक के साथ जगह देनी चाहिये। उल्लेखनीय है कि शोएब मलिक को पहले टीम में जगह नहीं दी गई थी लेकिन शोहेब मकसूद के चोटिल होने के बाद उन्हें जगह दी गई।
उन्होंने कहा,'मोहम्मद आमिर, वहाब रियाज और शोएब मलिक को भी टी20 विश्वकप टीम का हिस्सा बनना चाहिये ते। मलिक न सिर्फ शानदार बल्लेबाज हैं बल्कि बेहतरीन फील्डर भी हैं। वह बड़े शॉट खेल सकते हैं और स्ट्राइक रोटेट करने की कला को भी अच्छे से समझते हैं, जबकि मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज के पास गेंद को हिलाने की काबिलियत है।'
विश्वकप में युवा के बजाय अनुभव का करना चाहिये चयन
पाकिस्तान के इस पूर्व बल्लेबाज ने मिस्बाह उल हक और वकार यूनिस के इस मेगा इवेंट से पहले कोचिंग स्टाफ से इस्तीफा देने पर भी नाराजगी जताई। इस दिग्गज क्रिकेटर का मानना है कि विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में युवा खिलाड़ियों के बजाय टीम को अनुभवी प्लेयर्स का चयन करना चाहिये।
उन्होंने कहा,'मिस्बाह उल हक के सेटअप में टीम की मानसिकता में काफी कमियां थी, जैसे कि फखर जमान को मध्यक्रम में खिलाने का फैसला सवालों के घरे में रहा। भले ही वह क्रिकेट के सबसे बड़े स्तर पर खेल कर आ रहे हैं लेकिन पाकिस्तान के उभरते खिलाड़ियों को देखने पर यही लगता है कि आप टॉप पर रहते हुए स्टूडेंट नहीं हो सकते हैं। मेरी मानसिकता कहती है कि अगर आप अपने देश के लिये खेल रहे हों तो आपको शिक्षक बनना होता है।'