मीडिया के दबाव से नहीं चुननी चाहिये टीम
इंजमाम उल हक का मानना है कि चयनकर्ताओं के पास मीडिया का दबाव सोखने की काबिलियत होनी चाहिये और बाहर हो रहे शोर के चलते अपने चयन नहीं करने चाहिये। उन्होंने सरफराज अहमद के चयन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब उन्होंने पिछले दो साल में ज्यादा टी20 मैच नहीं खेले हैं तो उन्हें किस प्रदर्शन के चलते विश्वकप की टी20 टीम में शामिल किया गया है।
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए इंजमाम ने कहा,'अगर सेलेक्शन कमिटी टीम में प्रदर्शन के ऊपर बदलाव करना चाहती है तो उन्हें उम्र के अलावा बाकी सभी फैक्टर्स को भूल जाना चाहिये। जब आप सरफराज अहमद को खिलाने नहीं वाले हैं तो उन्हें टीम में ढोने का क्या मतलब है। पिछले दो सालों में उन्होंने कितने टी20 मैच खेले हैं, वह पाकिस्तान के अच्छे कप्तान रह चुके हैं तो उन्हें टीम में शामिल कर के न खिलाने का मतलब समझ नहीं आता है।'
शरजील खान को शामिल करना बेहतर विकल्प होता
इंजमाम उल हक का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम को मध्यक्रम में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है, जिसके चलते उन्हें सरफराज के बजाय सलामी बल्लेबाज शरजीत खान को चुनना चाहिये था।
उन्होंने कहा,'शरजील खान ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है। अगर वो बल्लेबाजी ऑर्डर में बदलाव नहीं करना चाहते हैं तो शोएब मलिक को क्यों नहीं चुना गया। उनके पास अनुभव है। अगर दोनों खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जाता तो वो टीम के लिये काफी फर्क पैदा कर सकते थे।'
भारत के साथ होगा पाकिस्तान का ओपनिंग मुकाबला
गौरतलब है कि पाकिस्तान की क्रिकेट टीम विश्वकप में शामिल होने के लिये 15 अक्टूबर को दुबई रवाना होगी, जिसे टूर्नामेंट का पहला मैच भारत के खिलाफ 24 अक्टूबर को दुबई में ही खेलना है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले इस मैच को लेकर काफी शोर मचा हुआ है और फैन्स भी इस मैच को देखने के लिये बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 2019 में खेले गये वनडे विश्वकप के बाद दोनों टीमें पहली बार एक दूसरे से भिड़ रही हैं।