अगर मैच बचाया तो खुद भी बच जाएंगे
पुजारा-रहाणे के बीच तीसरे विकेट के लिए 111 रनों की साझेदारी हुई। हालांकि दोनों ही बल्लेबाज अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद पवेलियन लाैट गए। अगर शतक भी पूरा कर लेते तो उनकी जगह पक्के ताैर पर बच जाती, लेकिन उनके ऊपर अभी भी सवाल खड़े रहेंगे। अगर भारत मैच बचा लेता है यानी कि हारने से बच जाता है तो फिर दोनों द्वारा खेली गई अर्धशतकीय पारी दोनों के लिए जीवनदान साबित हो सकती है। अगर दोनों तुरंत आउट हो जाते तो उनका टीम से आउट होना भी तय था। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि दोनों ने खुद को बचाने के लिए एक अहम पारी खेल ली है।
रहाणे का रहा खास अर्धशतक
रहाणे के बल्ले से पारी लंबे समय बाद खास निकलती दिखी। वह पहली पारी में तो डक आउट हो गए थे। उसके बाद उन्हें बाहर करने के लिए पूर्व दिग्गजों ने भी राय दे दी। लेकिन रहाणे ने दूसरी पारी में रन बनाकर खुद को बचाने का काम किया। उन्होंने 78 गेंदों में 58 रन बनाए, जिसमें 8 चाैके व 1 छक्का शामिल रहा। बीच में रहाणे ऐसे खेले, जैसे मानो कोई वनडे मैच खेल रहे हों। रहाणे ने चार टेस्ट मैचों के बाद कोई अर्धशतकीय पारी खेली है। यह उनका 24वां टेस्ट अर्धशतक रहा है। हालांकि शतक का सूखा उनका अभी भी जारी है। रहाणे ने आखिरी शतक दिसंबर 2020 में कंगारूओं के खिलाफ जड़ा था।
हार से बचे तो खुद भी बच जाएंगे
अगर भारतीय टीम इस मैच को हारने से बच जाती है तो फिर रहाणे-पुजारा खुद को भी बचा लेंगे। पुजारा ने 86 गेंदों में 53 रनों की पारी खेली, जिसमें 10 चाैके शामिल रहे। पुजारा का यह 32वां टेस्ट अर्धशतक रहा है। हालांकि दोनों क्रीज पर टिक चुके थे। अफ्रीकी गेंदबाजों का आसानी से सामना कर रहे थे, लेकिन शतक बनाने से दोनों चूक गए। अगर भारत यह मैच जीत जाता है तो फिर क्रेडिट इन दोनों बल्लेबाजो को मिलना तय है। पुजारा को भी शतक लगाए हुए लंबा समय हो गया है। उन्होंने जनवरी 2019 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ 193 रनों की पारी खेली थी।