टीम प्रबंधन का किया शुक्रिया
पुजारा ने अपने टीम प्रबंधन का शुक्रिया किया जो उनके साथ खड़े हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपनी पारी को लेकर कहा कि उन्होंने बाहरी शोर पर ध्यान नहीं दिया है जो पिछले 12 महीनों से घूम रहा है। टीम इंडिया के लिए जरूरत के समय में रन नहीं बना पाने के कारण पुजारा को ही नहीं बल्कि पूर्व उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। खराब दाैर से गुजरने पर पुजारा ने कहा कि एक क्रिकेटर के लिए यह जरूरी है कि वह कड़ी मेहनत करता रहे और लक्ष्य को न छोड़े।
यह सिर्फ बाहर का शोर है
पुजारा ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "टीम प्रबंधन हमेशा सहायक रहा है, इसलिए मैं कहूंगा कि यह सिर्फ बाहर का शोर है, जिससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कोचिंग स्टाफ, कप्तान, हर कोई सभी खिलाड़ियों के साथ खड़े हैं। और हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ऐसा समय होता है जब आपको बहुत अधिक रन नहीं मिलते हैं, लेकिन एक क्रिकेटर के रूप में महत्वपूर्ण बात यह है कि सही दिनचर्या का पालन करना और अपने खेल पर काम करना जारी रखना चाहि।"
पुजारा ने साउथ अफ्रीका में अपने अभियान की शानदार शुरुआत नहीं की। उन्होंने सेंचुरियन में शुरुआती टेस्ट की पहली पारी में गोल्डन डक के साथ शुरुआत की और इसके बाद 16 रन की पारी खेली। पुजारा ने जोहान्सबर्ग टेस्ट की पहली पारी में 33 गेंदों में तीन रनों की पारी खेली, लेकिन दूसरी पारी में पुजारा ने 86 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 53 रन बनाकर अपना असली खेल दिखा दिया। उनकी पारी के दम पर मेहमान टीम ने प्रोटियाज को 240 रनों का लक्ष्य दिया।
यकीन है कि यह फॉर्म जारी रहेगा
खराब पारियां खेलने के बाद अब निकली अर्धशतकी पारी को लेकर पुजारा ने कहा,"ऐसे समय होते हैं जब आप रन नहीं बनाते हैं, लेकिन अगर आप सही तरीके से काम करते हैं, तो आपको बोर्ड पर रन मिलते हैं। तो, आज यही हुआ है और, मुझे यकीन है कि यह फॉर्म जारी रहेगा और हम अगले मैच में भी बड़े स्कोर हासिल करेंगे।'' पुजारा का यह 32वां टेस्ट अर्धशतक रहा है। पुजारा अफ्रीकी गेंदबाजों का आसानी से सामना कर रहे थे, लेकिन शतक बनाने से चूक गए। पुजारा को भी शतक लगाए हुए लंबा समय हो गया है। उन्होंने जनवरी 2019 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ 193 रनों की पारी खेली थी। गाैर हो कि तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर साउथ अफ्रीका को आठ विकेट के साथ दूसरा टेस्ट जीतने के लिए 122 रनों की जरूरत थी।