रायडु का असमय और अचानक संन्यास
ये वहीं नंबर चार का स्लॉट है जिसके लिए कभी रायडू टीम की पहली पसंद माने जाते थे। रायडू का संन्यास यह भी इशारा करता है कि कहीं ना कहीं उनको अब यह उम्मीद ही नहीं रही कि वे टीम इंडिया में भविष्य की योजनाओं का हिस्सा बन पाएंगे। शायद रायडू को इस बात का अंदेशा तभी हो गया था जब उन्होंने विश्व कप की टीम चुनते हुए अपनी जगह विजय शंकर को नंबर चार पर जगह पाते हुए देख लिया था।
कहीं यह ट्वीट रायडू पर भारी तो नहीं पड़ गया ?
उसके बाद रायडू ने जो कदम उठाया वह भारतीय क्रिकेटर के अनुशासन के हिसाब से बड़ा ही अप्रत्याशित था। उन्होंने बिना किसी संकोच के चौंकाने वाला ट्वीट करते हुए कहा था- विश्व कप को देखने के लिए अभी ही 3-डी चश्मों का ऑर्डर दिया है।' ऐसा करके रायडू ने सीधे तौर पर सीनियर क्रिकेट टीम चयन समिति के मुखिया एमएसके प्रसाद का उस बयान का माखौल उड़ाया था जिसमें प्रसाद ने शंकर को थ्री डायमेंशन वाला खिलाड़ी बताया था।
हर नए खिलाड़ी की एंट्री के साथ उड़ा रायडू का मजाक
इस ट्वीट के बाद ना केवल रायडू ने अपनी छवि बीसीसीआई और टीम प्रबंधन में खराब की बल्कि वे सोशल मीडिया पर बुरी तरह से ट्रोल किए गए। उनको ट्रोल करने का सिलसिला हर छोटी-बड़ी घटना पर ताजा होने लगता। जब पहली बार शिखर धवन की चोट के चलते पंत की टीम में एंट्री हुई तो भी रायडू को ट्रोल करके कहा गया था कि अब फोर-डी चश्मे से पंत को देखा करना। लेकिन हद तो तब हो गई जब शंकर भी चोटिल हो गए और मयंक अग्रवाल की विश्व कप में एंट्री हुए। रायडू एक बार फिर से हंसी का पात्र बन गए। रायडू का वह गुस्से में किया गया तंज आज तक उन्हीं पर भारी पड़ रहा है।
विश्व कप के बीच आई बड़ी खबर, इस मैच के बाद धोनी ले सकते हैं संन्यास