भारत के लिये 2 तिहरे शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज
वीरेंद्र सहवाग ने अपने टेस्ट करियर के दौरान 2 बार तिहरा शतक लगाने का कारनामा किया। हालांकि यह आंकड़ा 3 तिहरे शतक का हो सकता था। 2009 में श्रीलंका के खिलाफ चेन्नई में बल्लेबाजी करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने 293 रन बनाये थे जिसके बाद वह मुथैया मुरलीधरन की गेंद पर कॉट एंड बोल्ड हो गये। उन्हें पूरा भरोसा था कि वह तिहरा शतक पूरा कर लेंगे लेकिन मुरलीधरन की गेंद पर फंस कर सहवाग ने उन्हीं के हाथ में कैच दे दिया। इससे पहले सहवाग ने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में 309 रनों की पारी खेली थी जबकि दूसरा तिहरा शतक उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 29 मार्च 2008 को लगाया था।
सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने में दूसरा नंबर
भारतीय टीम के लिये सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने के मामले में हाल ही में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ा और 7 दोहरे शतक के साथ टॉप पर पहुंच गये हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड सहवाग के नाम था जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 6 दोहरे शतक लगाये हैं। सहवाग के लिये भी दोहरे शतकों की संख्या 7 हो सकती थी लेकिन बदकिस्मती से वह 190s का शिकार हो गये। 2003-04 में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर पहुंची थी तो मेलबर्न टेस्ट के दौरान वीरेंद्र सहवाग ने 195 रनों की पारी खेली थी। इस मैच में वह पहला दोहरा शतक लगाने के करीब थे लेकिन साइमन कैटिच की गेंद पर कैच थमाकर आउट हो गये और दोहरे शतक से चूक गये। आगे चलकर उन्होंने सचिन के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
जब 90s मे आउट होने के बाद सहवाग ने ठोंका शतक
भारतीय टीम के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक वीरेंद्र सहवाग अपने करियर के दौरान कई बार नर्वस 90s का शिकार हुए। साल 2008 में सहवाग ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली (92 रन) और विदर्भ में (92 रन) में नर्वस 90s का शिकार हुए, जिसके बाद 2010 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में 99 रन पर आउट हुए। वहीं 2010 में ही न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदाबाद में 96 रन बनाकर भी आउट हुए। अपने टेस्ट करियर के दौरान उन्होंने 23 शतक लगाने का कारनामा किया।