नई दिल्ली। अमेरिका में एक अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की एक श्वेत पुलिस अधिकारी की हिरासत में हुई मौत के बाद से नस्लीय भेदभाव के खिलाफ शुरु हुए विरोध प्रदर्शन का प्रभाव अब क्रिकेट जगत में भी फैलता दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं इस भेदभाव को लेकर अब खिलाड़ी नये-नये खुलासे कर रहे हैं जिसकी आंच दुनिया की सबसे महंगी टी20 लीग आईपीएल तक भी पहुंच गई है। आईपीएल में सनराईजर्स हैदराबाद के लिये खेल चुके वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक खुलासा करते हुए दावा किया कि आईपीएल के दौरान उन पर नस्लीय टिप्पणी की गई थी, जिसका मतलब उन्हें हाल फिलहाल में पता लगा।
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सैमी ने यह भी दावा किया कि वह अकेले नहीं थे जिन्हें इस नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा, बल्कि टीम में उनके साथी श्रीलंका के पूर्व कप्तान थिसारा परेरा भी शामिल थे। डैरेन सैमी ने बताया कि आईपीएल में जब वह सनराईजर्स हैदराबाद के लिये खेला करते थे तो उस दौरान उन्हें और परेरा को 'कालू' कहकर बुलाया जाता था, जिसका मतलब उन्हे अब जाकर पता चला है और इससे वह बहुत अधिक गुस्से में हैं।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि वह डैरेन सैमी की इंस्टा स्टोरी का है, हालांकि इस स्क्रीनशॉट में यह कहीं पर भी साफ नहीं है कि इस नस्लीय शब्द से उन्हें कौन पुकारता था, फैन्स या टीम के लोग।
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इस स्क्रीन शॉट के अनुसार सैमी ने लिखा है, 'मुझे अभी 'कालू' का मतलब मालूम चला है, जब मैं आईपीएल में सनराइजर्स के लिए खेलता था। वे मुझे और परेरा (थिसारा) को इस नाम से बुलाते थे। मैं सोचता था कि इसका अर्थ मजबूत घोड़ा होता है। लेकिन मेरी पहले की पोस्ट इसका कुछ और अर्थ बता रही है और मैं गुस्से में हूं।'
वहीं एक अन्य स्क्रीनशॉट में उन्होंने लिखा, 'ओह तो इसका यह अर्थ होता है, जब वे मुझे और परेरा को भारत में कालू कहते थे, जब हम सनराइजर्स के लिए खेलते थे। मैं बस यही सोचता था कि वे मुझे मजबूत अश्वेत व्यक्ति बोल रहे हैं.... मैं अब बहुत गुस्से में हूं।'
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आपको बता दें कि हाल ही में अमेरिका के मिनियापॉलिस इलाके में अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। इसके बाद से दुनिया भर में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है। इस मुद्दे पर खेल जगत भी सामने आया है। क्रिस गेल, डैरेन सैमी, आंद्रे रसेल समेत कई खिलाड़ियों ने भी इस मुद्दे के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है।