नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने अपने करियर के दौरान कई बार टीम को जिताने में अपना योगदान देने का काम किया है, अपने करियर के दौरान वो भारतीय टीम के लिये एक शानदार बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में जाने गये लेकिन कभी भी उन्हें एक गेंदबाज के तौर पर नहीं जाना गया। हालांकि आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 509 मैच खेलने वाले राहुल द्रविड़ ने 51 ओवर्स की गेंदबाजी भी की थी। राहुल द्रविड़ ने अपनी गेंदबाजी के दौरान 5 विकेट चटकाने का भी कारनामा किया।
उल्लेखनीय है कि राहुल द्रविड़ ने साल 2001 में यह सभी विकेट चटकाने का काम किया लेकिन इसके बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कोई गेंदबाजी नहीं की। इतना ही नहीं अपनी बल्लेबाजी से इसी साल ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाले राहुल द्रविड़ ने अपनी गेंदबाजी से भारतीय टीम को जीत दिलाने का काम किया।
साल 2000 में जब साउथ अफ्रीका की टीम भारत दौरे पर आयी थी तो उस सीरीज के दौरान कोच्चि में खेले गये वनडे मैच के दौरान राहुल द्रविड़ ने अपनी गेंदबाजी के दम पर टीम को जिताने का काम किया था। 5 मैचों की वनडे सीरीज का यह पहला ही मैच कोच्चि में खेला गया जहां पर पहले बल्लेबाजी करते हुए कोच गैरी कर्स्टन और हर्शल गिब्स ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहले विकेट के लिये 235 रनों की साझेदारी की।
भारत के लिये सुनील जोशी ने हर्शल गिब्स (111) का विकेट लेकर इस साझेदारी को तोड़ने का काम किया, हालांकि विकेट न गिरने के चलते भारतीय टीम पर दबाव बढ़ता जा रहा था। तभी सौरव गांगुली ने राहुल द्रविड़ को गेंद थमा दी और वो हुआ जिसका पूरी टीम को इंतजार था। राहुल द्रविड़ ने 43वें ओवर में गेंदबाजी की और 2 विकेट हासिल कर साउथ अफ्रीकी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया।
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राहुल द्रविड़ ने पहले ओवर की दूसरी गेंद पर गैरी कर्स्टन (115) का विकेट लिया और फिर आखिरी गेंद पर लांस क्लूजनर को भी वापस पवेलियन की राह दिखाई। राहुल द्रविड़ ने अपनी गेंदबाजी के दौरान 9 ओवर फेंके और एक ओवर मेडेन निकालते हुए सिर्फ 43 रन दिये। द्रविड़ की गेंदबाजी के दम पर साउथ अफ्रीका की टीम बड़ा स्कोर करने में नाकामयाब रही और विस्फोटक शुरुआत के बावजूद 3 विकेट खोकर 50 ओवर्स में सिर्फ 301 रन ही बना सकी। भारतीय टीम ने इस लक्ष्य को 49.4 ओवर्स में हासिल कर सीरीज के पहले मैच को जीत लिया और 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।