टीम इंडिया के खिलाड़ी ने तोड़ा अहम नियम
गोपनीयता की शर्त पर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया है कि जब इस खिलाड़ी की मांग को सीओए ने नहीं माना तो भी इस खिलाड़ी ने अपनी पत्नी को नहीं भेजा। यही नहीं इस खिलाड़ी ने पूरे विश्व कप के दौरान यानी पूरे 7 सप्ताह तक अपनी पत्नी को अपने पास रखा। जबकि इस दौरान ना तो टीम के कप्तान से और ना ही टीम के कोच से इस बात की इजाजत ली गई। पता चला है कि 3 मई को सीओए की एक बैठक हुई थी जिसमें खिलाड़ी की पत्नी को रखने की मांग पर चर्चा हुई थी। लेकिन सीओए ने इस मांग को तवज्जो नहीं देने का फैसला करते हुए इसको रिजेक्ट कर दिया था।
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पत्नी को पूरे विश्व कप के दौरान रखा साथ
बीसीसीआई के इस अधिकारी ने पीटाई से बात करते हुए कहा- 'यह वही खिलाड़ी है जिसका अनुरोध 3 मई को हुई बैठक में अस्वीकार किया गया था। यहां पर सवाल यह उठता है कि क्या इसके बाद खिलाड़ी ने कप्तान या कोच से इजाजत ली थी? तो इसका जवाब है- नहीं!' इसी के साथ टीम के मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम की भूमिका पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। अधिकारी ने आगे कहा- टीम के मैनेजर क्या रहे थे? ये उनका काम था। कोच, कप्तान और बाकी सहयोगी स्टॉफ प्रबंधन देखने के लिए वहां थे।
सीओए कर सकता है कार्रवाई
बता दें कि इस खिलाड़ी के नाम का खुलासा नहीं हुआ है। अब उम्मीद की जा रही है कि सीओए के संज्ञान में यह मामला लाया जाएगा और उसके बाद मैनेजर से रिपोर्ट भी मांगी जा सकती है। फिलहाल इस मामले पर टिपप्णी करने के लिए टीम के मैनेजर सुब्रमण्यम उपलब्ध नहीं थे। बता दें कि विश्व कप शुरू होने से पहले इस बात को लेकर काफी चर्चाएं चली थी कि क्रिकेटरों की पत्नियां या गर्लफ्रेंड कितने दिन तक विश्व कप में उनके साथ रहेंगी। इस तरह की खबरें भी आई थी को कप्तान विराट कोहली खुद भी यह चाहते थे कि इसकी समय सीमा 15 दिन से अधिक ज्यादा होनी चाहिए लेकिन बाद में उन्होंने बीसीसीआई के नियम पर ना केवल अपनी सहमति जाहिर की थी बल्कि इसका पालन करना भी सुनिश्चित किया था।
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