नई दिल्ली। यूएई में खेले गये टी20 विश्वकप में पाकिस्तान की टीम ने शानदार प्रदर्शन करने के बाद अब बांग्लादेश का रुख किया है जहां पर उसे 3 मैचों की टी20 और 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। टी20 सीरीज का पहला मैच शुक्रवार को ढाका के मैदान पर खेला गया जिसमें फैन्स को बेहद लो स्कोरिंग थ्रिलर मैच देखने को मिला, हालांकि पाकिस्तान की टीम ने हसन अली और शादाब खान के दम पर अंत में 4 विकेट से जीत हासिल कर ही ली। हसन अली को उनके प्रदर्शन के लिये मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से सम्मानित भी किया गये लेकिन मैच के बाद पाकिस्तान की जीत के हीरो पर आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करने के लिये आधिकारिक रूप से फटकार लगाते हुए उनके खाते में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है।
हसन अली को सीरीज के पहले मैच में आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.5 के लेवल 1 नियम जिसमें विपक्षी खिलाड़ियों के प्रति अभद्र भाषा, गलत इशारों का इस्तेमाल कर उसे आक्रामक बर्ताव के लिये उकसाने का दोषी पाया गया है। दरअसल यह घटना बांग्लादेश की पारी के 17वें ओवर की है जब हसन अली ने बैटर नुरुल हसन को विकेट के पीछे कैच कराने के बाद बल्लेबाज की तरफ देखकर गलत तरीके से जश्न मनाया था।
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आईसीसी ने इस मामले पर जारी किये गये बयान में हसन अली के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि उनके डिसिप्लिनरी रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ दिया गया है। यह डिमेरिट अंक अगले 24 महीनों तक उनके खाते में जुड़ा रहेगा। उल्लेखनीय है कि लेवल 1 के तहत अगर खिलाड़ी दोषी पाया जाता है तो आईसीसी उस प्लेयर को कम से कम आधिकारिक चेतावनी दे सकती है जबकि अधिक से अधिक मैच फीस का प्रतिशत जुर्माना या खाते में एक से दो डिमेरिट अंक की कार्रवाई कर सकती है।
हसन अली के अलावा आईसीसी ने बांग्लादेश की टीम पर स्लो ओवर रेट मेनटेन करने के लिये आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट लेवल 1 के हत मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। दरअसल बांग्लादेश की टीम अपने नियमित समय में ओवर खत्म करने से एक ओवर पीछे रह गई थी जिसके चलते आईसीसी ने आर्टिकल 2.22 के नियम के उल्लंघन का दोषी मानते हुए टीम के सभी खिलाड़ियों पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया है।
गौरतलब है कि यह आरोप ऑन फील्ड अंपायर शरफुदौला इब्ने शाहिद और मसुदर रहमान, थर्ड अंपायर गाजी सोहेल और फोर्थ अंपायर तनवीर अहमद ने तय किये। जिसके बाद हसन अली और बांग्लादेश के कप्तान महमदुल्लाह ने खुद पर लगे आरोपों और कार्रवाई को स्वीकार कर लिया है। ऐसे में खिलाड़ियों पर कार्रवाई की कोई जरूरत नहीं है।