शॉ ने दूर की हैं अपनी तकनीकी खामियां
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज के पहले मैच की दोनों पारियों में पृथ्वी शॉ एक जैसी गेंद पर बोल्ड होकर वापस लौटे थे। जहां पहली पारी में वो खाता खोलने में नाकाम रहे थे तो वहीं दूसरी पारी में 2 रन बनाकर आउट हुए थे, इसके बाद दुनिया भर के दिग्गजों ने पृथ्वी शॉ की तकनीकी कमजोरी की बात की जो कि गेंदबाजों ने पकड़ ली थी। इसको देखते हुए टीम से ड्रॉप कर दिया गया। हालांकि भारत वापस लौटकर पृथ्वी शॉ ने कोच प्रवीण आमरे के साथ जमकर मेहनत की और अपनी तकनीकी कमियों को दूर कर वापस अपनी बल्लेबाजी में धार हासिल की।
इस पर बात करते हुए आशीष नेहरा ने कहा,'पृथ्वी ने पिछले कुछ महीनों में खुद के लिये पैदा हो रही तकनीकी खामियों को दूर करने के लिये बहुत मेहनत की है, जिसका नतीजा हमें उनकी बल्लेबाजी में भी देखने को मिल रहा है। मुझे लगता है कि जब चीजें उनके हिसाब से नहीं हो रही थी तो इस खिलाड़ी को थोड़े और मौके मिलने चाहिये थे।'
एक मैच के चलते ड्रॉप करना गलत
आशीष नेहरा ने चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट को पृथ्वी शॉ की एक टेस्ट पारी के आधार पर ड्रॉप करने के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि वो युवा खिलाड़ी हैं, आपको उन्हें और मौके देने चाहिये।
क्रिकबज से बात करते हुए नेहरा ने कहा,'मेरे हिसाब से यह थोड़ा सख्त फैसला था। तकनीक की बात करें तो किसी भी खिलाड़ी के लिये इसे एडजस्ट करना कठिन होता है। एडिलेड टेस्ट के दौरान वो ऐसा खिलाड़ी नहीं था जिसके पास 30-40 टेस्ट मैच का अनुभव हो, हम ऐसे युवा खिलाड़ी की बात कर रहे हैं जो सिर्फ 21 साल का है। ऐसे में सिर्फ एक टेस्ट मैच के प्रदर्शन के आधार पर टीम से ड्रॉप करना गलत है।'
रहाणे के लिये शॉ को बाहर करना गलत
गौरतलब है कि पृथ्वी शॉ को उनके खराब प्रदर्शन के चलते आईपीएल के दौरान भी बेंच पर बैठना पड़ा था। शॉ ने आईपीएल 2020 में अर्धशतकों के साथ शुरुआत की लेकिन उसके बाद वो 3 बार जीरो पर आउट हो गये और फिर उन्हें टीम ने बाहर बिठाकर अजिंक्य रहाणे को शामिल किया जो कि अगले दो मैच में सिर्फ 8 रन बना सके थे। नेहरा ने इस पर बात करते हुए कहा कि एडिलेड टेस्ट की ही तरह शॉ को आईपीएल में भी बेंच पर बिठाने का फैसला गलत था, खासतौर से उनके सीनियर अजिंक्य रहाणे के लिए।
उन्होंने कहा,'यह सच है कि भारत सीरीज जीतने के लिए गया था, लेकिन फिर भी शॉ को एक टेस्ट मैच के बाद बेंच पर बिठा देना गलत था। उससे पहले आईपीएल में भी दिल्ली की टीम को उसे नहीं बैठाना चाहिये था जहां पर उसने कुछ अच्छी पारियां खेली और फिर स्कोर नहीं कर सके। जब आप मुझसे टी20 प्रारूप की बात करेंगे तो मैं हमेशा ऐसे खिलाड़ी का समर्थन करूंगा जिसके खाते में रहाणे से ज्यादा रन हैं। ऐसा नहीं है कि मैं रहाणे को खराब खिलाड़ी मानता हूं लेकिन टी20 में आपको शॉ, पंत, हेटमायर और स्टोइनिस जैसे विस्फोटक खिलाड़ियो की ज्यादा जरूरत है।'