दूसरों को सिखाने से पहले खुद को माननी होगी बात
विराट कोहली इस गेंद को आसानी से छोड़ सकते थे लेकिन इसके बावजूद वह ड्राइव खेलने गये और गेंद बल्ले का किनारा लेकर सीधा विकेटकीपर के पास चली गई। सीरीज में खेली गई 4 पारियों में विराट कोहली अभी तक 69 रन ही बना सके हैं। उनके आउट होने के तरीके पर भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज मनिंदर सिंह ने नाराजगी जताई है और कहा है कि कोहली को सिर्फ बात करने के बजाय खुद कर के दिखाना चाहिये और दूसरो को घमंड अपनी जेब में डालने के लिये कहने से पहले खुद के घमंड को जेब में डालना चाहिये।
उन्होंने कहा,'टेस्ट मैच से पहले विराट कोहली ने कहा कि जब आप इंग्लिश परिस्थितियों में खेल रहे होते हैं तो आपको अपना ईगो अपनी जेब में डालना होता है और मुझे लगता है कि यह बिल्कुल सही है लेकिन मैच के दौरान शायद वो खुद यह करना भूल गये।'
भारत की पिच नहीं जिस पर पैर बढ़ाकर शॉट लगाया जाये
मनिंदर सिंह का मानना है कि विराट कोहली को टेस्ट मैच में शॉट खेलने के लिये जाने से पहले कुछ वक्त क्रीज पर बिताना चाहिये और इंतजार करना चाहिये सही समय का जब वो अपने शॉटस खेल सकें।
उन्होंने कहा,'अगर आप सामने वाली टीम पर दबाव बनाकर खेलना चाहते हैं, जैसा कि कोहली अक्सर करते नजर आते हैं तो यहां पर बहुत ज्यादा ऐसी पिचें नहीं है जिस पर आप इस तरह से खेल सकें, लेकिन अगर आप खुद को थोड़ा समय देते हैं तो आप रनों का अंबार लगा सकते हैं, जैसा कि कोहली ने इंग्लैंड के अपने पिछले दौरे पर किया था। इस दौरे पर उन्होंने करीब 600 रन बनाये थे। एक बार जब आपको गेंद की गति और सीम का पता चल जाता है तो आप अपने शॉटस खेल सकते हैं।'
2014 इंग्लैंड दौरे की गलतियां दोहरा रहे हैं विराट कोहली
ईएसपीएन क्रिकइंफो के साथ हुई इस बातचीत में मनिंदर सिंह ने कहा कि यहां पर पिच भारत की तरह सपाट नहीं हैं जहां पर आप पैर सीधा रखकर सीधी ड्राइव खेल सकें। मुझे लगता है कि कोहली को दूसरों को सिखाने से पहले खुद करके दिखाना होगा, उन्हें अपना घमंड जेब में डालना होगा। मनिंदर सिंह ने विराट कोहली के आउट होने के तरीकों पर बात करते हुए कहा कि वह 2014 के इंग्लैंड दौरे की गलतियां दोहरा रहे हैं और उस दौरान भी उन्हें बेहद खराब दौर से गुजरना पड़ा था।
उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ वही गलतियां दोहरा रहे हैं जो उन्होंने अपने पहले इंग्लिश दौरे पर साल 2014 में की थी। वह शरीर से दूर खेलने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी चीजें अक्सर देखने को मिलती हैं जब आप निरंतरता से क्रिकेट नहीं खेलते हैं। वह कई बार उस तरीके से आउट हो चुके हैं जैसे वो 2014 में हुआ करते थे। इस दौरान उनके बल्ले से 10 पारियों में सिर्फ 138 रन ही आ सके थे। मुझे लगता है कि 2014 का बुरा दौर वापसी कर रहा है। विराट को खुद से पूछना होगा कि क्या मैं गलत लाइन पर खेल रहा हूं या फिर मुझे इन गेंदों को छोड़ना चाहिये या नहीं। मुझे नहीं पता कि इस टेस्ट मैच में क्या हुआ लेकिन पहले दो टेस्ट में यह भारतीय खिलाड़ी बाहर निकल रही गेंद को छोड़ रहे थे, लेकिन जब इस मैच में वह इसे खेलने गये तो उन्हें कीमत चुकानी पड़ी। विराट कोहली बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं।'