भारत के लिये शुरू होगा द्रविड़ युग
टी20 विश्वकप के आखिरी मैच के साथ ही भारतीय क्रिकेट के लिये हेड कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल भी समाप्त हो गया। रवि शास्त्री ने अपने 5 साल के कार्यकाल के दौरान भारतीय क्रिकेट को कई यादगार जीत दिलाई लेकिन आईसीसी खिताब दिलाने में नाकाम रहे। ऐसे में जब उनका कार्यकाल समाप्त हुआ तो बीसीसीआई ने नये कोच के लिये पूर्व एनसीए प्रमुख राहुल द्रविड़ को जिम्मेदारी सौंपी ताकि आईसीसी खिताब जीतने का सूखा मिट सके। भारतीय टीम में बतौर हेड कोच राहुल द्रविड़ के लिये यह पहली सीरीज होगी, हालांकि वो इससे पहले श्रीलंका दौरे पर भी भारत की बी टीम के साथ वैक्लकिप कोच के तौर पर जा चुके हैं। इस दौरे पर भारत ने वनडे सीरीज में जीत हासिल की थी तो वहीं पर टी20 सीरीज में कोरोना विस्फोट के बाद उसे हार का सामना करना पड़ा था। राहुल द्रविड़ को भारत के युवा खिलाड़ियों को संवारने का श्रेय दिया जाता है और यह उन्ही की मेहनत का असर है कि भारत के पास आज खिलाड़ियों के इतने सारे विकल्प मौजूद हैं। ऐसे में फैन्स को उम्मीद होगी कि यह दिग्गज अपने कोचिंग करियर की शुरुआत जीत के साथ करे।
भरत अरुण की जगह लेंगे पारस म्हाम्ब्रे
रवि शास्त्री के कोचिंग स्टाफ में भरत अरुण गेंदबाजी कोच की भूमिका निभा रहे थे लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली इस सीरीज के साथ ही यह जिम्मेदारी पारस म्हाम्ब्रे को दी जा रही है। पारस म्हाम्ब्रे नेशनल क्रिकेट अकादमी में राहुल द्रविड़ के साथ पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं और युवा गेंदबाजी को मजबूत कर रहे हैं। कोच बनने के साथ ही राहुल द्रविड़ ने भी साफ किया था कि वो पारस म्हाम्ब्रे के साथ काम करने में काफी सहज हैं और उनका टीम में होना गेंदबाजी इकाई को मजबूत ही बनायेगा। पारस मह्माम्ब्रे ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान भारत के लिये 3 वनडे और 2 टेस्ट मैचों में शिरकत की थी और लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद कोचिंग में काम करना शुरू किया।
आर श्रीधर की जगह लेंगे टी दिलीप
नये कोचिंग स्टाफ में भारत के लिये पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर की जगह हैदराबाद के टी दिलीप लेंगे जिन्होंने लंबे समय से हैदराबाद की घरेलू टीम के लिये फील्डिंग कोच की भूमिका निभाई है। वह राहुल द्रविड़ के साथ इस साल श्रीलंका पर गई भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे थे। ऐसे में टी दिलीप की कोशिश होगी कि पिछले कुछ समय से भारतीय फील्डिंग में आ रही खामियों को दूर किया जा सके। बीसीसीआई ने बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर को उनके पद पर बरकरार रखने का फैसला किया है क्योंकि सीएसी को मिली इवैल्यूशन रिपोर्ट में उनका रिजल्ट अच्छा रहा है।
कोहली के बाद शुरू होगा हिटमैन युग
भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज विराट कोहली ने लंबे समय तक तीनों प्रारूपों में टीम की कमान संभालते हुए उसे खेल की ऊंचाइयों पर रखा, हालांकि वो एक भी आईसीसी खिताब जीत पाने में नाकाम रहे। कोहली ने टी20 विश्वकप से पहले ही कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था जिसके बाद उपकप्तान रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंपी गई है। न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज के साथ ही रोहित शर्मा की कप्तानी का भी आगाज होगा और फैन्स को उम्मीद होगी कि वो खिताब के सूखे को मिटा सकें। रोहित शर्मा ने कोहली की गैर मौजूदगी में पहले भी टीम की कमान संभाली है और एशिया कप, निदाहास ट्रॉफी जैसे मल्टीनेशन टूर्नामेंट में जीत दिलाई है।
केएल राहुल को अगला कप्तान बनाने की शुरुआत
रोहित शर्मा की बात करें तो वह इस समय 34 साल के हैं और शायद 4 या 5 साल तक और क्रिकेट खेलते नजर आयें, ऐसे में बीसीसीआई की नजर एक युवा कप्तान को विकसित करने की है, जो रोहित शर्मा के बाद टीम को संभाल कर जीत की लय को बरकरार रखे। न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली इस सीरीज के साथ ही केएल राहुल को उपकप्तान बनाया गया है और साफ कर दिया है कि बोर्ड चाहता है कि वो आगे चलकर टीम की कमान संभाले। ऐसे में यह उनके करियर के लिये भी नये अध्याय की शुरुआत होगी।