नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन का दूसर चरण शुरू हो चुका है जिसे दुनिया भर के फैन्स का खूब प्यार मिल रहा है। प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्टस भी इस लीग की शुरुआत के साथ कई रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं तो इस अफगानिस्तान में इस लीग को देखने वाले फैन्स को बड़ा झटका लगा है। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर कब्जा जमाने के बाद लगातार इस्लामिक कानून का हवाला देकर यह आतंकी संगठन लगातार नये-नये बैन लगा रहा है। इस बीच तालिबान ने एक नया बैन जारी किया है जिसके अनुसार आईपीएल के 14वें सीजन का प्रसारण अफगानिस्तान में नहीं किया जायेगा।
तालिबान का मानना है कि आईपीएल के प्रसारण के दौरान इस्लाम विरोधी कंटेट का प्रसारण किया जा सकता है जिसको ध्यान में रखते हुए उसने अपने देश में दुनिया की सबसे मशहूर टी20 लीग के प्रसारण पर बैन लगा दिया है। रविवार को अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पूर्व मीडिया मैनेजर और मीडिया जर्नलिस्ट मोहम्मद इब्राहिम मोमांद ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस बात की जानकारी दी है।
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मोमांद ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी देते हुए लिखा कि देश के राष्ट्रीय टेलिविजन ने आईपीएल के प्रसारण पर बैन लगा दिया है क्योंकि इसके दौरान चीयरलीडर्स डांस करती हुई और स्टेडियम में महिलायें बाल खोलकर मैच देखती हुई नजर आती हैं।
उन्होंने लिखा,'अफगानिस्तान के राष्ट्रीय मीडिया ने आईपीएल के प्रसारण पर बैन लगाने का फैसला किया है, जिनके अनुसार इसमें इस्लाम विरोधी कंटेट दिखाया जाता है, जैसे कि लड़कियों का नाचना और खुले बालों के साथ मैच देखना, इसे ध्यान रखते हुए तालिबान की इस्लामिक सरकार ने इस पर बैन लगाने का फैसला किया है।'
गौरतलब है कि तालिबान की ओर से लिया गया यह फैसला एक और कदम है जिसने देश में मनोरंजन के साधनों पर बैन लगाया है। जहां तालिबान को पुरुष क्रिकेट से कोई दिक्कत नहीं तो वहीं पर महिला क्रिकेट या फिर किसी भी तरह का हिस्सा बनने पर बैन लगाया है। इसके चलते अफगानिस्तान के क्रिकेट नेशन बने रहने पर खतरा मंडरा रहा है।
आपको बता दें कि आईसीसी के नियमों के अनुसार किसी भी देश को तभी टेस्ट खेलने वाले देश का दर्जा दिया जा सकता है जब उस देश की महिला टीम भी सक्रिय रूप से खेल रही है। जहां अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट टीम पर बैन जारी है तो उसका खामियाजा पुरुष क्रिकेट को भी भुगतना पड़ रहा है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के साथ खेला जाने वाला पहला ऐतिहासिक टेस्ट मैच न खेलने का भी फैसला किया है।