जब धोनी के हाथों से दो बार छूठा अय्यर का कैच
दुनिया के सबसे अच्छे और भरोसेमंद विकेटकीपर की बात जब भी की जाती है तो उसमें चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम जरूर आता है। महेंद्र सिंह धोनी को मैदान पर विकेट के पीछे कई बार अहम कैच और स्टंपिंग करते हुए देखा गया है, हालांकि दुबई के मैदान पर जब सीएसके की टीम फील्डिंग करने उतरी तो फैन्स को लम्हा देखने को मिला जो कि विकेट के पीछे बहुत कम बार देखा जाता है। 193 रनों का पीछा करने उतरी केकेआर की टीम के लिये इनफॉर्म बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर ने जोश हेजलवुड के दूसरे ही ओवर में एक आसान सा कैच दिया था। हेजलवुड ने बाउंसर मारी जिसे मारने के चक्कर में गेंद बल्ले का किनारा लेकर विकेट के पीछे खड़े धोनी के पास गई, धोनी पहले ही अपनी जगह पर छलांग लगा चुके थे जबकि गेंद उनके ग्ल्वस के निचले हिस्से में लगी और वो कैच नहीं पकड़ सके। इतना ही नहीं 5वें ओवर में जब शार्दुल ठाकुर गेंदबाजी कर रहे थे तो 5वीं गेंद पर एकबार फिर बाउंसर पर अय्यर के ग्लव्स पर लगकर गेंद धोनी के पास गई और वो कैच नहीं पकड़ सके। गेंद धोनी के ग्ल्वस पर लगकर चौके के लिये निकल गई। धोनी का यह कैच सीएसके को काफी भारी पड़ा और अय्यर ने 32 गेंदों में अर्धशतक ठोंक दिया।
पहले छूटा कैच, फिर स्पाइडर कैम ने गिल को बचाया
सीएसके के लिये इस अहम मैच में दूसरा अनलकी लम्हा तब आया जब शुबमन गिल बल्लेबाजी कर रहे थे और पारी के चौथे ओवर में हेजलवुड के खिलाफ मिड ऑफ की दिशा में ड्राइव लगाया, हालांकि गेंद थोड़ा सा ऊपर लगी और हवा में चली गई, फॉरवर्ड मिड ऑफ पर खड़े शार्दुल ठाकुर ने डाइव लगाई लेकिन गेंद उनकी उंगलियों में लग कर चौके के लिये निकल गई। इसके बाद जब 28 रन के स्कोर पर गिल खेल रहे थे तो जडेजा की गेंद पर बड़ा शॉट लगाया, लेकिन गेंद लंबी जाने के बजाय ऊपर उठ गई और अंबति रायडु ने इसे पकड़ लिया। अंपायर ने आउट दिया लेकिन तभी गिल ने दावा किया कि गेंद स्पाइडर कैम पर लगी थी, जिसे तीसरे अंपायर ने चेक किया और गेंद रस्सी पर लगती हुई नजर आयी। इसके चलते अंपायर ने गेंद को डेड बॉल देकर उन्हें नॉट आउट करार दिया। इस अनलकी लम्हे के चलते शुबमन गिल ने इस मैच में अर्धशतक लगाते हुए 51 रनों की पारी खेल डाली।
डुप्लेसिस की पारी ने सीएसके को दिलायी बढ़त
सीएसके की टीम के लिये इस मैच में फाफ डुप्लेसिस ने 59 गेंदों में 7 चौके और 3 छक्के लगाकर 86 रनों की पारी खेली और टीम के स्कोर को 192 तक पहुंचा दिया। इस दौरान ऋतुराज गायकवाड़ (32), रॉबिन उथप्पा (31) और मोइन अली (नाबाद 37) ने भी छोटी-छोटी मगर अहम पारियों का योगदान देकर तीनों विकेट के लिये अर्धशतकीय साझेदारियां की। जवाब में वेंकटेश अय्यर (50) और शुबमन गिल (51) ने अर्धशतक लगाकर टीम की जबरदस्त शुरुआत दिलाई, लेकिन बाकी खिलाड़ी अपना काम नहीं कर सके और सीएसके ने चौथी बार खिताब अपने नाम किया।