हंटर ने तोड़ा मिताली राज का रिकॉर्ड
महिला क्रिकेट में यह रिकॉर्ड भारत की लेजेंडरी क्रिकेटर मिताली राज के नाम था जिन्होंने 16 साल 205 दिन की उम्र में अपना पहला शतक लगाया था। मिताली राज की यह पारी 22 साल पहले आयरलैंड के खिलाफ उनके डेब्यू मैच में आयी थी जहां पर उन्होंने नाबाद 114 रनों की पारी खेली थी। वहीं पर पुरुषों में यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के नाम था जिन्होंने 16 साल 217 की उम्र में पहला वनडे शतक लगाया था। शाहिद अफरीदी ने 1996 में श्रीलंका के खिलाफ 102 रनों की पारी खेली थी।
आयरलैंड के लिये 2 दशक बाद आया है शतक
उल्लेखनीय है कि आयरलैंड की महिला क्रिकेट टीम के लिये वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड भी एमी हंटर के नाम हो गया है। हंटर से पहले आयरलैंड के लिये कैरेन यंग ने शतक लगाया था जिन्होंने साल 2000 में 120 रनों की पारी खेली थी। वहीं इसी साल मरियम ग्रीली ने भी 101 रनों की पारी खेली थी जबकि मैरी पेट मूरे ने 1995 में 114 रनों की पारी खेलकर पहला शतक लगाया था।
गौरतलब है कि एमी हंटर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ इसी वनडे सीरीज में अपना डेब्यू किया है और अपने करियर के चौथे ही मैच में शतक लगा दिया। एमी हंटर को अक्टूबर 2020 में स्कॉटलैंड के खिलाफ स्पेन का दौरा करते हुए स्कॉटलैंड के खिलाफ खेलने के लिये चुना गया था लेकिन कोरोना महामारी के चलते यह दौरा रद्द कर दिया गया और उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिल सका। हंटर ने 24 मई को स्कॉटलैंड के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में अपना डेब्यू किया जिसके बाद उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में भी खेलने का मौका दिया गया।
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जन्मदिन पर शतक लगाने का बाद जानें क्या बोली हंटर
एमी हंटर ने इस मैच में पहले सलामी बैटर गैबी लुईस के साथ 104 रनों का साझेदारी की और फिर कप्तान लौर डेलनी के साथ 143 रनों की नाबाद साझेदारी कर टीम के स्कोर को 312 पर पहुंचा दिया। हंटर की इस पारी में 8 चौके शामिल रहे। शतक को लेकर जब इस युवा बैटर से बात की तो हंटर ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं।
उन्होंने कहा,'मैदान पर पहुंच कर जैसे ही मैंने अर्धशतक पूरा किया मैं काफी उत्साहित हो गई थी। मैं कप्तान लौरा डेल्ने के साथ मैदान पर मौजूद थी तो काफी अच्छा महसूस कर रही थी। मैं अर्धशतक लगाने से पहले तक नर्वस महसूस कर रही थी। मैं बस बैठना चाहती थी तभी मुझे अहसास हुआ कि मेरा अर्धशतक पूरा हो गया है। जब मेरा शतक पूरा हुआ तो मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं अपना हेलमेट पहने रखूं या उतरा दूं। अर्धशतक लगाने के बाद मेरे रन तेजी से आये। टीम और कप्तान ने हमेशा मेरी स्किल्स पर भरोसा जताया है। अपने बर्थडे पर यह पारी खेलना काफी शानदार है।'