पंत के लिये भगवान की तरह हैं माही भाई
इंडिया टीवी क्रिकेट से बात करते हुए राणा ने कहा,'वो माही भाई को बहुत मानता है। वो उनका इतना सम्मान करता है कि वो कहता है कि अगर मैं सोते जागते किसी को देखना चाहता हूं तो वो माही भाई हैं। यहां तक कि उसने मुझसे यह भी कहा कि मुझे यह नहीं समझ आता कि लोग मेरी तुलना माही भाई से क्यों करते हैं। मैं उनसे तुलना करने के लायक नहीं हूं। मेरा बैट और सबकुछ अपने साथ ले जायें लेकिन मुझे माही भाई से कंपेयर करना छोड़ दें। मैं खेलना नहीं चाहता लेकिन मुझे उनसे तुलना करना छोड़ दें। वह मेरे लिये भगवान की तरह हैं।'
ऋषभ पंत को पिछले साल उनके खराब प्रदर्शन के चलते टीम से बाहर कर दिया गया था लेकिन इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार वापसी करते हुए भारतीय टीम के तीनों प्रारूपों में जगह बनाने का काम किया। पंत के करियर में आये बदलाव के पीछे उनकी मेहनत को श्रेय दिया। पंत इस समय आत्म-विश्वास से भरे हुए नजर आ रहे हैं।
नितिश राणा ने किया पंत की सबसे बड़ी ताकत का खुलासा
नितिश राणा ने इस पर बात करते हुए कहा कि जब पंत अपने करियर के खराब दौर से गुजर रहे थे तब भी वो आत्म-विश्वास, मजबूत हौंसले और दृढ़ विश्वास से भरे हुए थे।
उन्होंने कहा,'उसकी सबसे बड़ी ताकत है खुद पर भरोसा करना। उसने खुद पर भरोसा करना कभी भी नहीं छोड़ा और उसने जिस भी प्रारूप में खेला अपने साथ आत्म-विश्वास को जारी रखा। मुझे याद है जब लोगों ने हर समय उसकी आलोचना करना शुरू कर दी थी तो उसने मुझसे कहा था कि मैं बस एक बड़ी पारी खेलने से दूर हूं और जिस दिन मैं वो पारी खेलूंगा सब की बोलती बंद हो जायेगी और मुझे विश्वास है कि मैं जल्द ही वो पारी खेलने वाला हूं।'
शतक लगाने के बाद पंत ने मुझे किया था फोन
नितिश राणा ने आगे कहा कि उसने अगले ही मैच में शतक लगाने का काम किया और वो उस समय 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर था।
राणा ने आगे बताया कि उसके बाद उसने मुझे कॉल किया और वो सभी मीम्स शेयर करते हुए कहा कि देखा लोग कैसे बदलतेहैं। पहले वो आपके बारे में यह कहते हैं और बाद में यह कह रहे हैं। वह जीवन को लेकर काफी सकारात्मक है और खुद को लेकर आत्म-विश्वास उनकी सबसे बड़ी ताकत है।