कौन है स्पिन के खिलाफ भारत के बेस्ट विकेटकीपर
यूं तो भारत के बेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज का सवाल बेमानी लगता है लेकिन अगर यह सवाल स्पिनर की गेंदबाजी के खिलाफ हो तो जवाब थोड़ा मुश्किल हो जाता है। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर के दौरान दिनेश कार्तिक, एम एस धोनी और ऋद्धिमान साहा की विकेटकीपिंग के दौरान गेंदबाजी की है, ऐसे में इस सवाल का जवाब शायद ही उनसे बेहतर कोई दे पाता।
रविचंद्रन अश्विन ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैलन पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वो फैन्स के सवालों का जवाब देते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान अश्विन से एक फैन ने इन तीनों खिलाड़ियों के बीच बेस्ट विकेटकीपर का सवाल पूछा और कहा कि वो स्पिन के खिलाफ किसे विकेट के पीछे देखना चाहते हैं।
अश्विन ने बताया किस ऑर्डर में चुनेंगे विकेटकीपर
फैन के इस सवाल का जवाब देते हुए अश्विन ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को स्पिन के खिलाफ सबसे बेहतर विकेटकीपर बताया और कहा कि जब वो विकेट के पीछे खड़े होते थे तो शायद ही कोई गेंद उनसे बचकर निकल पाती थी।
उन्होंने कहा,'मेरा जवाब है धोनी, साहा और डीके (दिनेश कार्तिक)- आप इसी क्रम में मेरा जवाब समझ सकते हैं। स्टंप के पीछे इन तीनों को अलग कर पाना काफी मुश्किल है। मैंने तमिलनाडु में दिनेश के साथ काफी लंबे समय तक क्रिकेट खेला है। अगर मुझे किसी एक को चुनना हो तो मैं एमएस धोनी को चुनुंगा, जिन्होंने दुनिया के सबसे मुश्किल विकेट को भी अपनी कीपिंग के दम पर बेहद आसान बना दिया।'
धोनी से बहुत पीछे नहीं हैं साहा
अश्विन ने इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी के विकेट के पीछे किये कारनामों को याद करते हुए कुछ बेहतरीन विकेट के बारे में बताया कि कैसे उन्होंने इतने मुश्किल विकेट को भी आसान बना दिया।
उन्होंने कहा,'मुझे एड कोवन का एक विकेट याद आ रहा है जो चेन्नई के मैदान पर पहले ही दिन आया था। कोवन आगे निकलकर गेंद मारना चाहते थे और गेंद वहां पर स्पिन होने के बजाय उछल गई। आमतौर पर बल्लेबाज के साथ विकेटकीपर भी ऐसी उछाल से चकमा खा जाता है, हालांकि धोनी ने इसके बावजूद गेंद को पकड़ा और स्टंप कर उन्हें वापस पवेलियन भेज दिया। मैंने अपने करियर में शायद ही उनसे कभी कुछ मिस होते हुए देखा है, फिर चाहे वो कैच हो, स्टंपिंग हो या फिर रन आउट। वह स्पिन के खिलाफ दुनिया के बेहतरीन विकेटकीपर में से एक है, हालांकि ऋद्धिमान साहा भी उनसे इस मामले में बहुत पीछे नहीं है।'