भारत सरकार ने नहीं भेजी कोई आधिकारिक टीम
रविवार को विश्व कबड्डी चैम्पियनशिप के मुकाबले में अपनी जर्सी पर भारत लिखकर उतरी इस टीम को पाकिस्तान ने 43-41 से मात देकर खिताब जीता। इसे लेकर भारतीय कबड्डी फेडरेशन और खेल मंत्रालय ने पहले ही साफ कर दिया की लाहौर पहुंची टीम भारत की आधिकारिक टीम नहीं है, इसलिये उसे न तो भारत के नाम और न ही तिंरगे के साथ खेलने की अनुमति है। बावजूद इसके यह टीम भारत के नाम और तिरंगे के साथ खेली।
इतना ही नहीं, अमच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एकेएफआई) ने पाकिस्तान को पत्र लिखकर कहा, 'सर्किल कबड्डी वर्ल्ड कप के लिए कोई टीम नहीं भेजी गई। जो टीम लाहौर गई, वह आधिकारिक नहीं है। उसे भारत के नाम और तिरंगे के साथ खेलने की अनुमति नहीं है।'
पाकिस्तान के पीएम कर बैठे गलती , हो गये ट्रोल
फाइनल मुकाबले में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की जीत पर वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान काफी खुश हुए और खुशी-खुशी मे गलती कर बैठे। इमरान ने सोमवार को सोशल मीडिया पर अपने देश की कबड्डी टीम को बधाई दी जिसके बाद उन्हें ट्रोल का सामना करना पड़ा।
इमरान ने अपने ट्वीट में लिखा,' विश्व कबड्डी चैम्पियनशिप में भारत को हराकर खिताब जीतने पर पाकिस्तान की टीम को बधाई। हमें आप पर गर्व है।'
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने अपने बधाई संदेश में भारत का नाम लिखा जो कि तकनीकी रूप से गलत है। दरअसल, जिस भारतीय टीम को पाकिस्तान कबड्डी में हराने का दावा कर रहा है, वह गैरआधिकारिक टीम है और पंजाब के कुछ खिलाड़ी उसमें खेलते हैं।
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अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्किल कबड्डी को नहीं मिली है मान्यता
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में खेला गया यह टूर्नामेंट अंतर्राष्ट्रीय मानकों के हिसाब से मान्यता प्राप्त नहीं था। पाकिस्तान में खेला गया टूर्नामेंट सर्किल कबड्डी फॉर्मेट में था जिसमें गोल घेरे में खिलाड़ी खेलते हैं न कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तय मानकों के अनुसार। सर्किल कबड्डी को अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी फेडरेशन की ओर से मान्यता नहीं मिली हुई है।
दूसरे इस टूर्नामेंट में जिन भारतीय खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया वह बिना गवर्निंग बॉडी की अनुमति के पाकिस्तान पहुंचे थे। जिसका मतलब है कि जब भारत की आधिकारिक टीम टूर्नामेंट में भेजी ही नहीं गई तो आप उसे उस देश का प्रतिनिधित्व करने वाली टीम कैसे बता सकते हैं।
वाघा बॉर्डर के रास्ते पहुंचे पाकिस्तान
पाकिस्तान पहुंची इस अनाधिकारिक टीम के खिलाफ खेल मंत्रालय की जांच चल रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह भारतीय टीम बगैर किसी को सूचना दिए 7 फरवरी को वाघा बॉर्डर के रास्ते लाहौर पहुंची थी। टीम के लाहौर पहुंचने की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इस टीम में करीब 45 खिलाड़ी, 12 अधिकारी और कोच शामिल थे।
खेल मंत्रालय ने किया था साफ
इससे पहले केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी 8 फरवरी को साफ तौर पर कहा था कि पाकिस्तान जाने के लिए भारत के किसी भी खिलाड़ी को अनुमति नहीं दी गई।
रिजिजू ने कहा था, ‘पाकिस्तान जाने के लिए किसी ने भी कबड्डी खिलाड़ियों को अनुमति नहीं दी। खिलाड़ियों को वीजा देने में हमारी कोई भूमिका नहीं है। हम कबड्डी फेडरेशन से बात करेंगे कि उन्होंने इस दौरे की सूचना पहले संबंधित विभाग या मंत्रालय को दी या नहीं।'