रविचंद्रन अश्विन ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
भारत ने टेस्ट क्रिकेट में नई नई ऊंचाइयों को छुआ और इसमें रविचंद्रन अश्विन ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अश्विन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज रहे और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में साबित कर दिया कि वह जरूरत पड़ने पर बल्ले से भी बहुत उपयोगी साबित हो सकते हैं। भारत ने में टेस्ट मैच हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की बल्लेबाजी के दम पर बचाया था और स्टार ऑफ स्पिनर अपनी कमर में अकड़ाहट के बावजूद बैटिंग कर रहा था। इसके अलावा उन्होंने साल की शुरुआत में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ भी शतक लगाया था।
रविचंद्रन अश्विन ने नौ टेस्ट मैचों में 54 विकेट लिए और उनके बाद पाकिस्तान के शाहीन शाह अफरीदी का नंबर आता है जो नौ टेस्ट मैचों में 47 विकेट ले चुके हैं। अगले तीन स्पॉट हसन अली, जेम्स एंडरसन और ओली रॉबिंसन ने कब्जाए हुए हैं
रोहित शर्मा के लिए टेस्ट क्रिकेट में छाप छोड़ने वाला साल-
अगर रविचंद्रन अश्विन गेंद से भारत के सितारे साबित हुए तो ये रोहित शर्मा थे जिन्होंने बल्ले से इस साल चार्ज संभाला। यह साल रोहित शर्मा के लिए टेस्ट क्रिकेट में छाप छोड़ने लायक साबित हुआ और उन्होंने आस्ट्रेलिया में भारत को मजबूत शुरुआत दी थी। वह इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू और विदेशी धरती पर खेली गई दोनों टेस्ट सीरीज में भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी साबित हुए। बाएं हाथ के आकर्षक बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में भारत को मिली 317 रनों की जीत में 161 रनों की पारी खेली थी उनकी 127 रनों की पारी दूसरी इनिंग में तब आई जब भारत ने ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ 157 रनों से जीत दर्ज की।
जो रूट सबसे आगे निकल गए-
रोहित शर्मा ने इस साल 4 अर्धशतक भी लगाए और कुल मिलाकर भारतीय बल्लेबाजी सनसनी ने इस साल 11 टेस्ट मुकाबलों में 906 रन बनाए। अश्विन से ऊपर रन इंग्लैंड के जो रूट थे जो इस साल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और जिनके बल्ले से जबरदस्त 1708 रन निकले हैं जिसमें 6 शतक और 4 अर्धशतक शामिल है लेकिन जो रूट ने इसके लिए 15 मैच भी खेले हैं। अगले तीन बल्लेबाज है दिमुथ करुणारत्ने, ऋषभ पंत और चेतेश्वर पुजारा।
वैसे तो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए नए साल की शुरुआत भी शानदार दिखाई दे रही है क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका को उसके घर सेंचुरियन में हरा चुके हैं और अब 3 जनवरी से अगला मुकाबला जोहांसबर्ग में खेला जाना है। अगर कोहली एंड कंपनी अपनी 2021 की फॉर्म को बरकरार रखने में कामयाब रहती है तो भारत दक्षिण अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का कारनामा भी करके दिखा सकता है।