टी नटराजन (Thangarasu Natarajan)
इस फेहरिस्त में पहला नाम टी नटराजन का है जिन्होंने पिछले साल आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया और उसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नेट बॉलर के रूप में मौका दिया गया। हालांकि टी नटराजन की किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और वरुण चक्रवर्ती के चोटिल होने के बाद वो टीम की 15 सदस्यीय टीम में शामिल किये गये। टी नटराजन के लिये यह दौरा काफी यादगार साबित हुआ क्योंकि उन्हें इस सीरीज के दौरान पहले वनडे, फिर टी20 और अंत में टेस्ट प्रारूप में भी डेब्यू करने का मौका मिला। आईपीएल में यॉर्कर किंग और शानदार डेथ ओवर्स के लिये मशहूर हुए टी नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर हर प्रारूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने अपने पहले वनडे मैच में बेहतरीन गेंदबाजी की और भारत को क्लीन स्वीप होने से बचाया।
वहीं टी20 प्रारूप में नटराजन की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने 2-1 से सीरीज अपने नाम की। टेस्ट सीरीज में भारत लगातार खिलाड़ियों की चोट से जूझ रहा था, जिसके चलते उन्हें तीसरे टेस्ट मैच में डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाते हुए भारत को 2-1 की ऐतिहासिक जीत दिलाई। नटराजन पिछले कुछ समय से चोट से जूझ रहे थे, हालांकि अब वह वापसी करने को तैयार हैं। ऐसे में अगर वो खुद को अगले विश्वकप के लिये फिट रखने में कामयाब रहते हैं तो वो जहीर खान की जगह आसानी से ले सकते हैं।
अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh)
भारत के बायें हाथ के तेज गेंदबाजों की लिस्ट में अगला नाम पंजाब में जन्मे अर्शदीप सिंह का है जिन्होंने 2018 के अंडर 19 विश्वकप के दौरान भारत की ओर से खेलते हुए खेल जगत पर अपनी अलग छाप छोड़ी। उनके प्रदर्शन का प्रभाव कुछ ऐसा रहा कि पंजाब किंग्स की टीम ने 2018 में खेले जाने वाले आईपीएल में अपनी टीम से जोड़ने का काम किया। आईपीएल के पहले दो सीजन में अर्शदीप सिंह अपना प्रभाव नहीं छोड़ सके लेकिन जब यूएई में आईपीएल 2020 का सीजन खेला गये तो उन्होंने अपनी गेंदबाजी का कमाल दिखाया। अर्शदीप सिंह ने पंजाब किंग्स के लिये खेलते हुए 8 मैचों में 24.55 की औसत से 9 विकेट हासिल किये।
वहीं आईपीएल 2021 में जब पंजाब की टीम ने उन पर ज्यादा भरोसा दिखाया तो उन्होंने 12 मैचों में 19.00 की औसत से 18 विकेट अपने नाम किये। ऐसे में अगर बीसीसीआई उन्हें जहीर खान के विकल्प के तौर पर तैयार करना चाहे तो वो काफी शानदार साबित हो सकते हैं, क्योंकि उम्र के हिसाब से भी वह अभी 22 साल के हैं और बेहतर तैयारी के साथ वो भारत के लिये लंबे समय तक खेल सकते हैं।
खलील अहमद (Khaleel Ahmed)
इस फेहरिस्त में आखिरी नाम खलील अहमद का है जिन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेलते हुए जहीर खान के साथ करीब से काम किया है, जिसका फायदा उनकी गेंदबाजी में भी दिखा और अगले ही साल उन्हें 2018 के एशिया कप की भारतीय टीम में मौका दिया गया। करियर के शुरुआती दौर में काफी प्रतिभा दिखाने वाला यह गेंदबाज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी घरेलू स्तर की सफलता को दोहराने में नाकाम रहा। खलील अहमद ने भारत के लिये 11 वनडे मैच खेले हैं जिसमें वह 31 की औसत से सिर्फ 15 विकेट ही हासिल कर सके हैं। इस दौरान खलील का सबसे बुरा हाल डेथ ओवर्स के दौरान रहा है, जिसकी वजह से उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा।
भले ही खलील के करियर की शुरुआत थोड़ी खराब रही है लेकिन वो सुधार कर वापसी करने का दम रखते हैं। खलील अहमद अगर यह सुधार कर वापसी करने में कामयाब हो जाते हैं तो भारतीय टीम में दूसरे जहीर खान बन सकते हैं।
यार्रा पृथ्वीराज (Yarra Prithviraj)
इस फेहरिस्त में अगला नाम यार्रा पृथ्वीराज का है जिस पर बीसीसीआई निवेश कर सकती है। पृथ्वीराज ने घरेलू स्तर पर ज्यादा मैच नहीं खेले हैं लेकिन जितने भी खेले हैं उसमें अपनी बायें हाथ की गेंदबाजी से काफी प्रभावित किया है। आंध्र प्रदेश के लिये खेलने वाले इस गेंदबाज ने अब तक 11 फर्स्ट क्लास मैचों में शिरकत की है और 39 विकेट हासिल कर चुके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी भी महज 2.35 की रही है। वह इंडिया ए के लिये खेल चुके लेफ्ट आर्म पेसर्स में 2017 के बाद सबसे कामयाब गेंदबाज हैं।
हाल ही में समाप्त हुई इंडियन प्रीमियर लीग में जब सनराइजर्स हैदराबाद के लिये भुवनेश्वर कुमार चोटिल होकर बाहर हुए तो यार्रा पृथ्वीराज को उनकी जगह शामिल किया गया था, जिससे पहले वो केकेआर के खेमे से भी जुड़े हुए थे। हालांकि इस दौरान वो सिर्फ 2 ही मैच खेल पाये हैं, ऐसे में अगर उन पर निवेश किया जाता है तो वो आने वाले समय में भारत के लिये बहुत बेहतरीन गेंदबाज बन सकते हैं।