क्रिकेट के बल्ले पर लिखा था 'सियासी' जीत का संदेशः
ये बात उस वक्त की है जब भारत और पाकिस्तान दोनों के बीच शांति वार्ता शुरू हुई थी और ऐसे में दोनों देशों के बीच रिश्ते को सुधारने के लिए अटल ने क्रिकेट मुकाबले का सहारा लिया था। दरअसल उस वक्त 2004 में पांच वनडे और तीन टेस्ट मैचों की ऐतिहासिक सीरीज खेलने पाकिस्तान जा रही सौरव गांगुली एंड कंपनी को अटल बिहारी वाजपेयी ने बुलाया और उन्हें एक बल्ला दिया, उस बल्ले लिखा था कि खेल ही नहीं, दिल भी जीतिए, शुभकामनाएं।
हुआ था विरोध लेकिन भारत ने किया था धमालः
बता दें कि इस सीरीज को लेकर दोनों ही देशों में काफी बवाल हुआ था। वहीं कड़ी सुरक्षा के बीच भारत की टीम पाकिस्तान पहुंची थी। वहीं भारत ने 11 मार्च 2004 से अप्रैल 2004 में हुई सीरीज में 3-2 से वनडे सीरीज और 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती थी। वहीं इस सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम ने कई रिकॉर्ड और कई मिसालें भी स्थापित की जो क्रिकेट जगत में हमेशा दोहराए जाते रहेंगे।
भारत को मिला था मुल्तान का सुल्तानः
ये वही दौरा था जब भारत को इस सीरीज में जीत के साथ-साथ एक विस्फोटक बल्लेबाज सहवाग के रूप में मिला था। टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला मुल्तान में हुआ था, जहां पहले टेस्ट मैच में सहवाग ने 309 रन की पारी खेली थी, जिसके बाद सहवाग को मुल्तान का सुल्तान नाम से जाने जाना लगा। वहीं भारत की तरफ से कुंबले ने गेंदबाजी करते हुए सर्वाधिक 15 विकेट लिए थे। गौरतलब हो कि खिलाड़ियों को इस तरह से प्रोत्साहित करने और विरोधी को सियासी मात देने का अटल विहारी वाजपेयी का ये तरीका राजनीति जगत में हमेशा ही अनुकरणीय बना रहेगा।