नई दिल्ली। टीम इंडिया के बेहतरीन टेस्ट प्लेयर्स में से एक चेतेश्वर पुजारा को इस साल अर्जुन पुरस्कार के चुना गया है लेकिन देश के इस सम्मानित अवार्ड समारोह में वो शामिल नहीं हो पाएंगे, जिसके पीछे वजह काउंटी क्रिकेट है।
जब धोनी ने कहा था, 'मेरा एक पैर भी नहीं होगा, तो भी पाकिस्तान के खिलाफ खेलूंगा'
दरअसल पुजारा इन दिनों इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं, ऐसे में वो आज के पुरस्कार समारोह का हिस्सा चाहकर भी बन नहीं पाएंगे। इस बारे में अपने विचार पुजारा ने इंस्टाग्राम पर साझा किया है।
यह पुरस्कार लेने नहीं आ सकूंगा, जिसका मुझे अफसोस है
पुजारा ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि अर्जुन पुरस्कार के लिए मैं वास्तव में आभारी हूं और सम्मानित महसूस कर रहा हूं लेकिन दुर्भाग्य से मैं इस वक्त इंग्लैंड में नॉटिंघमशर काउंटी क्रिकेट क्लब के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के कारण व्यक्तिगत तौर पर यह पुरस्कार लेने नहीं आ सकूंगा, जिसका मुझे अफसोस है।
खेल के प्रति अपने समर्पण की बदौलत हूं
आज तक मैं जो कुछ हूं वह खेल के प्रति अपने समर्पण की बदौलत हूं और पुरस्कार समारोह का हिस्सा बनना सम्मान होता, इस खेल को खेलने के हर अवसर का फायदा उठाना भी बेहद महत्वपूर्ण है इसलिए मैं आज वहां नहीं रह पाऊंगा।
51 टेस्ट मैचों में 52.65 की औसत से 4107 रन
गौरतलब है कि चेतेश्वर पुजारा और हरमनप्रीत कौर समेत 17 खिलाड़ियों को इस बार अर्जुन अवार्ड के लिए चुना गया है। हाल ही में खत्म हई श्रीलंका टेस्ट सीरीज में इस जाबांज खिलाड़ी ने 77.25 की औसत से 309 रन बनाए हैं, पुजारा के बारे में कहा जाता है कि जब वो मैदान पर हों तब तक किसी को मैच हारने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। पुजारा ने अब तक 51 टेस्ट मैचों में 52.65 की औसत से 4107 रन बनाए हैं।
Honoured on being conferred with the Arjuna Award. Thank you for the love and support.
A post shared by Cheteshwar Pujara (@cheteshwar_pujara) on