इंग्लैंड में शनिवार से महिलाओं का 11वां विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू हो गया. पहला मैच मेज़बान इंग्लैंड और भारत के बीच खेला जा रहा है.
इसमें इंग्लैंड के अलावा भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्ट इंडीज़ हिस्सा ले रही हैं.
सभी टीमें ग्रुप स्टेज में एक-दूसरे के ख़िलाफ़ एक-एक मैच खेलेंगी. इसके बाद शीर्ष पर रहने वाली चार टीमों के बीच सेमीफाइनल मुक़ाबले खेले जाएंगे.
महिला क्रिकेट टीम का अगला मिशन वर्ल्ड कप
महिला विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत पुरुष विश्व कप से दो साल पहले साल 1973 में ही हो गई थी. जबकि पुरूषों का पहला विश्व कप साल 1975 में खेला गया.
पहले महिला विश्व कप का आयोजन इंग्लैंड में हुआ और मेज़बान टीम ऑस्ट्रेलिया को 92 रन से हराकर चैंपियन बनी.
तब फाइनल या सेमीफाइनल जैसे मुक़ाबले नहीं होते थे. जिस टीम के सबसे अधिक अंक होते थे वह चैंपियन बन जाती थी.
इंग्लैंड की टीम छह मैचों में पांच जीत और एक हार के सहित 20 अंको से साथ पहले स्थान पर रही थी. और इस तरह वो विजेता बन गई.
जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम छह मैचों में चार जीत, एक हार और एक अनिर्णित मैच के साथ 17 अंकों सहित दूसरे स्थान पर रही.
पहले विश्व कप में इंग्लैंड के अलावा यंग इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंटरनेशनल इलेवन, न्यूज़ीलैंड, त्रिनिदाद और जमैका ने हिस्सा लिया.
भारतीय महिला टीम इस विश्व कप का हिस्सा नहीं थी. लेकिन कमाल की बात है कि दूसरा महिला विश्व कप भारत में साल 1978 में खेला गया.
जबकि पुरुष वर्ग का विश्व कप टूर्नामेंट भारत आने में इससे नौ साल ज़्यादा लग गए. भारत में पहला पुरुष वर्ल्ड कप साल 1987 में खेला गया.
दूसरे विश्व कप में मेज़बान भारत, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया सहित केवल चार टीमों ने हिस्सा लिया.
इस बार भी कोई फाइनल नहीं था और अंकों के आधार पर चैंपियन बनने का श्रेय ऑस्ट्रेलिया को मिला.
भारतीय महिला टीम अपने तीनों मैच ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड से हारी और अंतिम स्थान पर रही.
तीसरा महिला विश्व कप साल 1982 में न्यूज़ीलैंड में हुआ. इसमें पांच टीमों ने हिस्सा लिया.
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पहली बार शीर्ष दो टीमों - इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को फाइनल खेलने का अवसर मिला.
ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट से न्यूज़ीलैंड को हराया. फाइनल के अंपायर बने इंग्लैंड के डिकी बर्ड. दरअसल उन्हें एयर न्यूज़ीलैंड ने स्पॉनसर किया था.
इस तरह डिकी बर्ड महिला और पुरुष विश्व कप फाइनल में अंपायरिंग करने वाले इकलौते अंपायर बने.
चौथा महिला विश्व कप साल 1988 में ऑस्ट्रेलिया में हुआ. भारतीय टीम इसका हिस्सा नहीं बनी. फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हराकर जीता.
पांचवा महिला विश्व कप इंग्लैंड में हुआ. इस बार भारतीय टीम ने इसमें हिस्सा लिया. आठ टीमों के बीच वह चौथे स्थान पर रही. इंग्लैंड न्यूज़ीलैंड को 67 रन से हराकर चैंपियन बनी.
छठा महिला विश्व कप भारत में साल 1997 में हुआ. ऑस्ट्रेलिया फाइनल में न्यूज़ीलैंड को 5 विकेट से हराकर चैंपियन बनी.
सातवां महिला विश्व कप साल 2000 में न्यूज़ीलैंड में हुआ. फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम न्यूज़ीलैंड को केवल चार रन से हराकर चैंपियन बनी.
आठवां महिला विश्व कप साल 2005 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ, जहां फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 98 रन से हराया.
नौवां विश्व कप साल 2009 में ऑस्ट्रेलिया में हुआ. इस विश्व कप में पहली बार पुरूष विश्व कप की तरह सुपर सिक्स प्रणाली का इस्तेमाल किया गया.
फाइनल इंग्लैंड ने न्यूज़ीलैंड को चार विकेट से हराकर अपने नाम किया. 10वें विश्व कप का आयोजन भारत में हुआ. भारत तीसरी बार महिला विश्व कप का मेज़बान बना.
फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्ट इंडीज़ को 114 रन से हराया.
महिला विश्व कप में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क का है. उन्होंने साल 1997 में भारत में हुए विश्व कप में डेनमार्क के ख़िलाफ़ नाबाद 229 रन बनाए.
इसी मैच में ऑस्ट्रेलिया ने सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड भी बनाया था. ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट खोकर 412 रन बनाए.
महिला विश्व कप में न्यूनतम रनों का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम है. 1997 के विश्व कप में ही वह ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ केवल 27 रन बना सकी.
अभी तक ऑस्ट्रेलिया छह बार, तीन बार इंग्लैंड और एक बार न्यूज़ीलैंड की टीम चैंपियन बनी है. इस बार क्या भारतीय टीम कमाल करेगी?