नई दिल्ली। एजबेस्टन क्रिकेट स्टेडियम में पहले टेस्ट मैच में भारत अपने अतीत पर जीत की चादर चढ़ाने उतरा था। लेकिन इंग्लैंड के हाथों हार मिली और बर्मिंघम में इंग्लैंड की बादशाहत बरकरार रही। इंग्लैंड की टीम ने पहले टेस्ट में भारत को 31 रनों से हरा दिया। इंग्लैंड ने उतना अच्छा नहीं खेला जितना अच्छा वह अपने घरेलू मैदान पर खेल सकती थी।भारतीय टीम की नाकामियों की वजह से उसे हार का सामना करना पड़ा।हम आपको बता रहें भारत के हार की बड़ी वजहें-
मिस फिल्डिंग सबसे बड़ी वजह:
'पकड़ो कैच जीतो मैच' भारतीय टीम को इस बात पर अमल करने की सबसे ज्यादा जरूरत थी। भारत ने इस मैच में स्लिप के क्षेत्र में काफी कैच छोड़े। इंग्लैंड की पहली पारी के छठे ओवर में इशांत शर्मा अपना तीसरा ओवर कर रहे थे और उनके सामने थे कीटोन जेनिंग्स। ईशांत के ओवर की एक लेंथ बॉल कीटोन जेनिंग्स के बल्ले का किनारा लेते हुए तीसरे स्लिप पर खड़े कप्तान विराट कोहली के हाथों में जाती नजर आ रही थी लेकिन अजिंक्या रहाणे ने बीच में कैच लपकने की कोशिश की और कैच छूट गया। ऐसे ही शिखर धवन ने भी स्लिप में खड़े होकर दूसरे पारी में कैच छोड़ा।
विराट के अलावा सब फ्लॉप:
कोहली के शतक और फिर दूसरी पारी में अर्धशतक की बदौलत भारत इस मैच में कुछ देर के लिए बना रहा। कोहली के अलावा भारत का एक खिलाड़ी मैदान पर टिक नहीं सका। विराट एक छोर पर खड़े रहे और दूसरे छोर से बल्लेबाजों का आना-जाना लगा रहा।
लंबी साझेदारी का 'सूखा':
एजबेस्टन के मैदान पर भारतीय टीम एक अदद लंबी साझेदारी के लिए तरसती रह गई। कोहली के साथ पहली पारी में ईशांत शर्मा दो घंटे के लिए खड़े थे उनके अलावा कोई खिलाड़ी नहीं चल सका। सलामी बल्लेबाजों ने भारतीय टीम को एक भी पारी में ठोस शुरूआत नहीं दे पाए।दोनों पारियों को में सलामी बल्लेबाजों से 30 रन से ऊपर नहीं बना। शिखर धवन(26,13) और मुरली विजय ने ( 20,6) रन की पारी खेली।
कोहली नहीं धुल पाए एजबेस्टन का 'दाग' :
अबतक इस मैदान पर कुल 7 मुकाबले खेले गए हैं जिसमें से 6 मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा वहीं एक मैच ड्रा रहा। 13 जुलाई ,1967 को खेले गए मैच में भारत को 132 रन से हार का सामना करना पड़ा। 04 जुलाई, 1974 में एक बार फिर से भारत को पारी व 78 रनों से हार झेलनी पड़ी। समय जरूर बदला लेकिन भारत के लिए इस मैदान का बर्ताव वही रहा,12 जुलाई 1979 में पारी व 83 रन से हरा दिया। 03जुलाई , 1986 को शुरू हुए टेस्ट मैच में भारत ने इस मैदान पर इंग्लैंड को रोके रखा। 06 जून,1996 को शुरू हुए टेस्ट मैच में भारत को फिर हार मिली।इंग्लैंड ने यह मैच आठ विकेट से जीत गया।
वर्ष 2011 में 10 अगस्त को खेले गए टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की।इंग्लैंड ने यह मैच पारी व242 रनों से अपने नाम किया। इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ ही नहीं इस मैदान पर अपने सभी विरोधी खिलाड़ियों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। 2005 के बाद से इंग्लैंड ने इस मैदान पर 11 मुकाबले खेले हैं जिसमें से 8 मुकाबले में उसे जीत एक में हार और दो मुकाबले में ड्रा से संतोष करना पड़ा है।