नई दिल्लीः उड़ीसा क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के मैच रेफरी प्रशांत मोहापात्रा का कोविड-19 के चलते निधन हो गया है। प्रशांत का इलाज भुवनेश्वर में एम्स हॉस्पिटल में चल रहा था। हॉस्पिटल के सूत्रों ने बुधवार को उनके निधन की जानकारी दी। एम्स हॉस्पिटल के मुताबिक एम्स हॉस्पिटल भुवनेश्वर के सुपरिंटेंडेंट डॉ एसएन मोहंती के मुताबिक 47 साल के मोहपात्रा ने डॉक्टरों के सभी संभव प्रयासों के बावजूद सुबह 7:51 पर अपनी अंतिम सांस ली।
प्रशांत के पिता रघुनाथ मोहापात्रा थे जो राज्यसभा के एमपी रह चुके हैं और पदम विभूषण से सम्मानित है। रघुनाथ मोहापत्रा भी 9 मई को कोविड-19 के चलते इस दुनिया में नहीं रहे। प्रशांत को उनकी हालत बिगड़ने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया था जहां पर डॉक्टर की स्पेशल टीम उनकी निगरानी कर रही थी। इतना ही नहीं उनके भाई भी उसी हॉस्पिटल में एडमिट है क्योंकि वह भी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे।
कोरोना को मात देकर क्वांरटीन से बाहर आए स्पिनर अमित मिश्रा, साहा और कृष्णा भी हुए रिकवर
लोग प्यार से मुन्ना कहकर बुलाते थे-
प्रशांत का जन्म 1 सितंबर 1973 को हुआ था और लोग उनको प्यार से मुन्ना कहकर बुलाते थे। प्रशांत एक ओपनिंग बल्लेबाज थे और वह दाएं हाथ से बैटिंग करते थे। उन्होंने अंडर-19 खिलाड़ी के तौर पर अपने राज्य की ओर से क्रिकेट डेब्यू किया जहां पर वे तमिलनाडु के खिलाफ खेले। बाद में उन्होंने 1990 में बिहार की टीम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी डेब्यू किया। उन्होंने ईस्ट जोन के लिए खेलते हुए उन्होंने दिलीप ट्रॉफी में ईस्ट जोन के लिए भी खेला जहां वे देवधर ट्रॉफी भी खेले थे। प्रशांत के नाम 45 फर्स्ट क्लास मैच है जहां पर उन्होंने 30.08 के औसत से 2196 रन बनाए इसमें 5 शतक और 11 अर्धशतक शामिल है। प्रशांत को उनके संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मैच रेफरी के तौर पर नियुक्त किया था।