नई दिल्ली। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जेफ्री बॉयकॉट और एंड्रयू स्ट्रॉस को 'नाइटहुड' की उपाधि हासिल हुई है। अब इन दोनों क्रिकेटरों के नाम के आगे 'सर' लगाया जाएगा। इस बात का ऐलान ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा ने अपने पद से इस्तीफा देने से पहले किया। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख टॉम हैरिसन ने कहा, 'हम इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकते कि सर एंड्रयू स्ट्रॉस खेल के उन दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए नाइटहुड दिया गया। पिच पर और उसके बाहर हासिल की उपलब्धियों के अलावा एंड्रयू को इस खेल में एक असाधारण व्यक्ति के रूप में जाना जाता है।'
स्ट्रॉस ने 2004 से लेकर 2012 तक 100 टेस्ट, 124 वनडे व 4 टी20 मैच खेले हैं। स्ट्राॅस की कप्तानी में इंग्लैंड ने 2009 और 2010-11 में एशेज सीरीज पर भी कब्जा किया था। स्ट्रॉस माइक गेटिंग (1986-87) के बाद ऑस्ट्रेलिया में एशेज जीतने वाले दूसरे इंग्लिश कप्तान हैं। उन्होंने 100 टेस्ट में 21 शतक के साथ 7,037 रन बनाए हैं।। वे 2009 और 2010-11 में एशेज जीतने वाली इंग्लैंड टीम के कप्तान थे।
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इसके अलावा स्ट्रॉस 2015 से 2018 तक इंग्लैंड क्रिकेट के डायरेक्टर भी थे। उन्होंने ही 2015 वर्ल्ड कप के बाद इयॉन मॉर्गन को कप्तान बनाए रखने की वकालत की। इसके बाद स्ट्रॉस और मॉर्गन ने वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए टीम बनाई। इस साल इंग्लैंड ने पहली बार वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया।
वहीं बॉयकॉट ने 1964 से 1982 तक क्रिकेट खेला, जिस दाैरान उन्होंने 47.72 की औसत से 8,114 रन बनाए। वह इंग्लैंड के बेहतरीन ओपनर रहे हैं। बाॅयकाॅट पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा के फेवरेट क्रिकेटर रहे हैं। थेरेसा ने कई माैकों पर उनकी तारीफ की है। हैरिसन ने कहा, 'बॉयकॉट को उनके लंबे करियर और खेल के प्रति समर्पण के लिए सम्मानित किया गया है।'