इसलिए नहीं पहनते थे हेलमेट
रिचर्डस ने एक पॉडकास्ट में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व आलराउंडर शेन वाटसन से कहा, "खेल को लेकर मेरे भीतर ऐसा जुनून था कि मुझे मैदान पर मरना भी मंजूर था।" रिचर्ड्स ने कहा, "मैने हमेशा उन खिलाड़ियों से प्रेरणा ली है जो निर्भीक होकर खेले। फॉर्मूला वन रेसिंग कार चलाने वालों को देखो, उससे खतरनाक क्या हो सकता है।' इस पर वाटसन ने चुटकी लेते हुए कहा, "150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली गेंद को हेलमेट के बिना खेलना।''
नहीं छोड़ी च्यूइंग गम चबाना
इसके अलावा रिचर्ड्स इस बात का भी खुलासा किया एक दांत के डॉक्टर ने मुंह का गार्ड लगाकर खेलने की बात कही थी लेकिन उन्होंने ऐसा काफी लंबे समय तक नहीं किया क्योंकि इसकी वजह से वो बल्लेबाजी के दौरान च्यूइंग गम नहीं चबा बाते थे। उन्होंने कहा, "मेरे एक दांत के डॉक्टर ने मेरे लिए मुंह में लगाने वाला पीस तैयार किया था और मैंने इसको पहनकर काफी वक्त तक कोशिश की लेकिन इसकी वजह से च्यूइंग गम नहीं चबा पाता था। जब मैदान पर 11 खिलाड़ी हो और अंपायर भी मौजूद रहते हैं तो अपको बहुत अलग सा महसूस होता था। उस वक्त वो मेरा साथी हुआ करता था। मैं जितनी बार भी मैदान पर जाता था तो इस बात को तय कर लेता था कि मेरे मुंह में च्यूइंग गम जरूर रहे। इसलिए मैने फिर माउथ पीस नहीं उपयोग किया।"
ऐसा रहा क्रिकेट करियर
विव रिचर्ड्स ने वेस्टइंडीज के लिए 121 टेस्ट मैचों में 50.23 की औसत से 8540 रन बनाए जिसमें 24 शतक और 45 अर्धशतक शामिल थे। वहीं वनडे क्रिकेट में उन्होंने 187 मैचों में 47 की औसत से 11 शतक और 45 अर्धशतक जड़ते हुए 6721 रन बनाए। टेस्ट में उनकी बेस्ट पारी 291 रनों की थी जबकि वनडे में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी नाबाद 189 रनों की थी।