कार्तिक त्यागी (kartik Tyagi)
बांग्लादेश के खिलाफ जीत पाने के लिये भारतीय टीम की निगाहें इस स्टार तेज गेंदबाज पर टिकी होंगी। 19 साल के कार्तिक त्यागी ने अब तक खेले गये 5 मैचों में 11 विकेट हासिल किये हैं। इतना ही नहीं कार्तिक त्यागी ने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ 24 रन देकर 4 विकेट झटके थे। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 3.49 का है। ऐसे में उनका विकेट निकालना भारत के लिये काफी महत्वपूर्ण रहेगा।
रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi)
भारत के लिये सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज की बात करें तो आपको 19 साल के लेग स्पिनर रवि बिश्नोई का नाम याद आयेगा। भारत के लिये वह टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए हैं और उन्होंने 5 मैचों में कुल 13 विकेट हासिल किये हैं।
उन्होंने जापान के खिलाफ मैच में 5 रन देकर 4 विकेट लिए, जो उनका टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। अब तक के सफर के दौरान जब भी टीम को विकेट की जरूरत पड़ी है रवि ने निकाल कर दिया है।
दिव्यांश सक्सेना (Divyansh Saxena)
भारतीय टीम के दूसरे सलामी बल्लेबाज दिव्यांश सक्सेना भी भारत के लिये उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने की यशस्वी जायसवाल। 18 साल के दिव्यांश लेफ्ट हैंड बैट्समैन हैं और अब तक टूर्नामेंट में खेले गये अपने 4 मैचों में 74 के ऐवरेज से 148 रन बना चुके हैं, जिसमें 2 हाफ सेंचुरी शामिल हैं।
वह पाकिस्तान के खिलाफ ओपनर की भूमिका में उतरे थे और नाबाद 59 रन की पारी खेलते हुए जीत में भूमिका अदा की। फाइनल में एक बार फिर उनसे इसी तरह की पारी की उम्मीद होगी।
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal)
18 साल के इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने जो कमाल सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ दिखाया, अगर बल्ला चल गया तो फिर भारत को खिताब जीतने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने अब तक 5 मैचों में कुल 312 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने नाबाद 105 रन की पारी खेली थी। वह लेग स्पिनर भी हैं और टूर्नमेंट में 2 विकेट भी ले चुके हैं।
सुशांत मिश्रा (Sushant Mishra)
भारत के लिये फाइनल मुकाबले में लेफ्ट आर्म बॉलर सुशांत मिश्रा इस मैच में एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं। भारत के लिये सुशांत ने अपने खेले गये 4 मैचों में 5 विकेट हासिल किये हैं। सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी शॉर्ट पिच और बाउंसर गेंदों से पाकिस्तानी बल्लेबाज को परेशान किया जिसके चलते भारत ने पाकिस्तान को सस्ते में समेट दिया।