लंदनः भारत को रोहित शर्मा के रूप में एक ऐसा टेस्ट ओपनर मिला है जिस पर वह भरोसा कर सकता है। एक समय रोहित शर्मा की विदेशों में खेलने की काबिलियत पर सवाल होते थे, हालांकि उनकी सफेद गेंद क्रिकेट की काबिलियत पर प्रश्न चिन्ह नहीं था लेकिन टेस्ट मैचों में सवाल जरूर उठते थे।
अब पिछले कुछ समय से रोहित विदेशी दौरों पर भी उपयोगी पारियां लगातार खेल रहे हैं और हाल ही में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 83 रनों का ताजा स्कोर बनाया है जिसने भारत को काफी अच्छी स्थिति में रखा है। यह इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच है जो लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में चल रहा है और यहां रोहित की पारी के बाद केएल राहुल के नाबाद शतक ने भारत को ड्राइविंग सीट पर बैठा दिया है। केएल राहुल एक बार फिर से यादगार पारी खेलते दिखाई दे रहे हैं जिन्होंने 248 गेंदों का सामना करके दो 127 रन बना लिए हैं और वह दूसरे दिन भी अपनी पारी को आगे बढ़ाने के लिए उतरेंगे।
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दूसरी और रोहित शर्मा चिर परिचित अंदाज में नजर आए और उन्होंने मात्र 145 गेंदों पर 83 रनों की तेज पारी खेली जिसमें 11 चौके और एक छक्का लगाया उनको मास्टर गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने बोल्ड कर दिया। रोहित शर्मा अपने शतक से चूक गए और यह विदेशी धरती पर उनका पहला पहला शतक भी होता। परिस्थितियां आसान नहीं थी और रोहित ने शुरू के घंटे में डिफेंड किया और फिर बाद में चौकों की झड़ी लगा दी जिसके साथ भारत के रन भी तेजी से पूरे हुए। यह रोहित शर्मा का ओवरसीज टेस्ट मैचों में सर्वाधिक स्कोर है।
दूसरे टेस्ट मैच में भी हमको बारिश देखने को मिली लेकिन केएल राहुल और रोहित शर्मा के बल्ले से भी बाद में बारिश हुई। रोहित जानते थे कि पहले घंटे को आराम से निकालने के बाद बाद में रनों की कुछ दरकार होगी और उन्होंने वही काम किया। इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच बारिश के चलते ड्रा हो गया था वरना भारत वहां भी अच्छी स्थिति में था और अब दूसरे टेस्ट मैच में पहले दिन स्टंप तक भारत ने 3 विकेट के नुकसान पर 276 रन बना दिए थे।
34 साल के रोहित शर्मा की टेस्ट मैचों में एंट्री काफी लेट हुई है क्योंकि वह अभी तक केवल 41 टेस्ट मैच में खेल पाए हैं लेकिन उनका रिकॉर्ड बहुत शानदार है। उन्होंने अभी तक 46.83 की औसत से 2810 रन बना लिए हैं जिसमें 1 दोहरा शतक भी शामिल है। रोहित तीनों फॉर्मेट में सक्रिय हैं उनकी उम्र तेजी से बढ़ भी रही है, फिटनेस बहुत टॉप लेवल की नहीं है लेकिन भारत चाहेगा कि टेस्ट मैचों में उनका कैरियर और लंबा खींचे।
मैच की बात करें तो चेतेश्वर पुजारा एक बार फिर से टीम की कमजोर कड़ी साबित हुए और 9 रन बनाकर चलते बने। भारत के लिए टेस्ट मैचों में चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली दोनों ही चिंता का विषय बने हुए हैं। कप्तान कोहली को यहां पर एक अच्छी शुरुआत मिली उन्होंने 103 गेंदें भी खेली लेकिन 42 रन बनाने के बाद रॉबिंसन की गेंद पर आउट हो गए। हालांकि इसको कोहली की वापसी के तौर पर देखा जाना चाहिए और उम्मीद की जानी चाहिए कि वह आने वाली पारियों में स्कोर आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।