13 मैच खेले, लेकिन जीत पाए सिर्फ एक
अगर भारत-इंग्लैंड के बीच ओवल में हुए अभी तक सभी टेस्ट मैचों के रिकाॅर्ड पर नजर डालें तो साफ है कि मेजबान का पलड़ा भारी है। हालांकि ऐसा नहीं है कि टीम ओवल में नहीं जीत पाएगी, क्योंकि 'विराट सेना' इतिहास रचने के लिए जानी जाती है। ओवल में भारत को पिछले 50 सालों से जीत का स्वाद चखने का माैका नहीं मिला है। अगर कोहली जीत दिलाने में सफल रहते हैं तो यहां लंबे समय से मिल रही हाल का सिलसिला टूट जाएगा। ओवल में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अभी तक 13 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन इस दाैरान भारत को सिर्फ 1 जीत हासिल हुई जबकि इंग्लैंड ने 5 जीते तो 7 ड्रा रहे।
वाडेकर की कप्तानी में मिली थी इकलाैती जीत
भारत ने 1971 में तीन टेस्ट मैचों के लिए इंग्लैंड का दाैरा किया था। टीम के कप्तान अजीत वाडेकर थे। पहले दो शुरूआती मैच ड्रा रहे, लेकिन अंतिम टेस्ट में भारत ने 4 विकेट से जीत दर्ज की। इंग्लैंड ने ओपनर जोन जेमसन के नाबाद 82 रनों की मदद से पहली पारी में 355 रन बनाए। भारत के लिए इस दाैरान एकनाथ सोलकर ने 3, जबकि बिशन बेदी, भागवत चंद्रशेखर व श्रीनिवास वेंकटराघवन ने 2-2 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में भारत 284 पर ढेर हो गया। दिलीप सरदेई (54) व फारूख इंजीनियर (59) ने अर्धशतकीय पारी खेली। इंग्लैंड के पास 71 रनों की बढ़त मिली, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने वापसी करते हुए मेजबान को महज 101 पर ढेर कर दिया। भागवत चंद्रशेखर ने दूसरी पारी में 6 विकेट झटके, जबकि श्रीनिवास को 2 तो बेदी को 1 विकेट मिला। भारत को 173 रनों का लक्ष्य मिला जिसे भारत ने फिर 4 विकेट रहते हासिल कर लिया।
ओवल में भारत का हाल
इस मैदान पर भारत ने सबसे पहला टेस्ट 1936 में खेला था, जिसे इंग्लैंड ने 9 विकेट से जीता था। इसके बाद 1946 और 1952 में हुए मैच टेस्ट ड्रॉ रहा। 1959 में इंग्लैंड ने पारी और 27 रन से भारत को हार दी। इसके बाद 1971 में भारत 4 विकेट रहते जीता था, जोकि उनकी ओवल में इकलाैती जीत है। 1979, 1982, 1990, 2002 और 2007 में हुए टेस्ट ड्रॉ रहे थे, लेकिन 2011, 2014 और 2018 में भारत को हार मिली।
तोड़ना होना हार का सिलसिला
अब विराट कोहली को ओवल में हार का सिलसिला तोड़ना होगा। 1971 के बाद भारत ने यहां 8 टेस्ट खेले, लेकिन उसे तीन में हार मिली तो 5 ड्रा रहे। इंग्लैंड के लिए अच्छी बात यह रही कि उन्होंने 2 बार एक पारी से हार दी है। कप्तान कोहली वापसी करना जानते हैं, ऐसे में वह ओवल में टीम का रिकाॅर्ड सुधारते हैं तो यह सुनहरे अक्षरों के साथ इतिहास के पन्नों में दर्ज किया जाएगा। लेकिन कोहली को चाैथे टेस्ट के लिए टीम में बदलाव भी करना होगा। माना जा रहा है कि स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को एक तेज गेंदबाज की जगह शामिल किया जा सकता है। अटकलें लगाईं जा रही हैं कि इशांत शर्मा को बाहर किया जा सकता है।