नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच जारी टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भारत ने पारी और 137 रनों की बड़ी जीत हासिल कर सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है। मैच के बाद जहां एक ओर विराट कोहली का कहना है कि उनकी टीम की नजरें क्लीन स्वीप करने पर हैं वहीं हार के बाद कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने भारत के खिलाफ सीरीज में मिली हार के पीछे का कारण बताया है। दूसरे टेस्ट में भी हार का मुंह देखने के बाद मेहमान टीम के कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने टीम इंडिया को सीरीज जीत का हकदार बताते हुए मैच में मिली हार के पीछे का कारण बताया। भारत ने अपनी पहली पारी 5 विकेट पर 601 रन बनाकर घोषित की जिसके बाद साउथ अफ्रीका की पहली पारी 275 रन पर समेट दी। इसके बाद चौथे दिन चायकाल के बाद दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका की पूरी टीम फॉलोऑन करते हुए 189 रन पर सिमट गई। भारत ने इस जीत से 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है।
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साउथ अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा, 'उन्हें (भारत) अपनी सरजमीं पर हराना बेहद मुश्किल है और रिकॉर्ड इसका गवाह है। हम जानते हैं कि उप महाद्वीप में आपकी पहली पारी महत्वपूर्ण होती है। अच्छे स्कोर से आपकी संभावना बन जाती है।'डुप्लेसिस ने कहा, 'मुझे लगता है यह पूरी तरह से अनुभवहीनता का मामला है। मैंने टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले कहा था कि टेस्ट में वह टीम सबसे मजबूत होती है जिसके पास सबसे ज्यादा अनुभव होता है। जब भारतीय टीम की बात आती है तो उसके खिलाड़ी काफी अनुभवी हैं। उनकी टीम ने काफी मैच खेले हैं।'
मेहमान टीम के टेस्ट कप्तान ने कहा, 'हम इस स्तर पर हैं जहां कई अनुभवी खिलाड़ी मौजूद नहीं है। डेल स्टेन, एबी डि विलियर्स, मोर्ने मोर्केल, हाशिम अमला सभी शानदार खिलाड़ी थे। आप रातों-रात ऐसे खिलाड़ियों का विकल्प नहीं तलाश सकते।'
उन्होंने कहा, 'टीम में अब जो खिलाड़ी हैं, उन्हें पांच, छह, 10, 11, 12, 15 टेस्ट मैचों का अनुभव है। अगर आप किसी भी टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर देंगे तो वह टीम संघर्ष करेगी।'
डु प्लेसिस ने कहा, 'जिस तरह से भारत ने बल्लेबाजी की, खासतौर से विराट कोहली का दोहरा शतक, इसके लिए मानसिक रूप से काफी मजबूती चाहिए। दो दिन तक मैदान पर फील्डिंग करने से आप थक सकते हो। खास तौर पर दूसरे दिन शाम को जब बल्लेबाज बल्लेबाजी करने आता है, उस वक्त वह मानसिक रूप से कमजोर थे।
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उन्होंने कहा, 'हमारे लिए, यह जरूरी है कि सीनियर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करें। मुझे, डि कॉक और एल्गर को रन बनाने होंगे। हम दूसरों से ज्यादा रन की उम्मीद नहीं कर सकते।'
टेस्ट मैच में स्पिनर के बजाय अतिरिक्त तेज गेंदबाज उतारने के बारे में उन्होंने कहा, 'इस पिच के लिहाज से यह सही फैसला था। वर्नोन फिलैंडर और कागिसो रबाडा ने पहले कुछ दबाव बनाया लेकिन हमें एक और गेंदबाज की जरूरत थी जो दबाव बना सके। एक युवा तेज गेंदबाज (एनरिक नोर्तजे) जो पदार्पण कर रहा हो, उससे यह बहुत उम्मीद लगाना अनुचित है। भारत ने अच्छी गेंदबाजी की।'