नई दिल्ली। आईपीएल 11 का 52वां मैच दिल्ली डेयरडेविल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच शुक्रवार को दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान में खेला जाएगा। चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम 12 में से 8 मैच जीतकर प्ले-ऑफ में अपनी जगह पक्की कर चुकी है और उसे टॉप 2 में पहुंचने के लिए केवल एक जीत की जरूरत है। वहीं दिल्ली की टीम 12 में से 3 मैच जीतकर ऑफिशियली प्ले-ऑफ से बाहर हो चुकी है। ऐसे में दिल्ली पर चेन्नई की जीत उसे टॉप 2 में पहुंचा देगी। कुल मिलाकर दिल्ली के पास अब खोने के लिए कुछ भी नहीं है।
हालांकि अब जब दिल्ली का अभियान खत्म होने की तरफ है तो ऐसे में वो जरूर जीत की उम्मीद लगाए होगी। दिल्ली के पास 30 अप्रैल को पुणे में सुपरकिंग्स के खिलाफ पुणे में 13 रन की हार का बदला चुकता करने का भी मौका होगा। दिल्ली के दो मैच बचे हैं एक चेन्नई के खिलाफ और दूसरा मुंबई के खिलाफ। अपने आखिरी गेम में चेन्नई ने हैदराबाद को हराया था। चेन्नई की बल्लेबाजी कमाल की रही है। शेन वॉटसन और अंबाती रायडू शानदार फॉर्म में हैं इसके अलावा खुद कप्तान धोनी तूफानी अंदाज में रन बना रहे हैं। वहीं गेंदबाजी में दीपक चाहर और ड्वेन ब्रावो ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है।
दिल्ली की बात करें तो मौजूदा सत्र में डेयरडेविल्स को उसके बड़े नामों ने निराश किया है। टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह से ऋषभ पंत और कप्तान श्रेयस अय्यर पर निर्भर रही है। पंत ने अब तक 12 मैचों में एक शतक और चार अर्धशतक की बदौलत 52.90 के शानदार औसत से 582 रन जुटाए हैं। अय्यर भी 12 मैचों में 42 .88 के औसत से 386 बना चुके हैं जिसमें चार अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि पिछले दो मैचों में पृथ्वी शॉ ने भी निराश किया है। लेकिन उनकी क्षमता के बारे में हम सभी रूबरू हो चुके हैं। जेसन रॉय, कोलिन मुनरो ने भी निराश किया है।
पिछले मैच में अय्यर ने कुछ नए खिलाडियों को मौका दिया था, जिसमें 17 साल के युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की थी। कुल मिलाकर चेन्नई के गेंदबाजों को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। दोनों टीमें में बदलाव की बात करें तो दिल्ली में कुछ नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं वहीं चेन्नई में शायद ही कोई बदलाव हो क्योंकि उन्हें टॉप टू में जगह पक्की करनी है। अब तक हुए 17 मुकाबलों में दिल्ली ने 5 और चेन्नई ने 12 जीते हैं।