अब फैंस का कहना है- कार्तिक मेरे कप्तान नहीं
फिलहाल कार्तिक में ना भुजाओं का वो दमखम दिखता है जिसके दम पर ही छक्के लगाएं जा सकें और ना ही वो नजाकत हैं जिसके लिए भारतीय बल्लेबाज आमतौर पर जाने जाते हैं। रही-सही कसर मोर्गन जैसे महान हिटर को नीचे भेजने से निकल जाती है क्योंकि गेंदे ऊपर कार्तिक खेलते हैं लेकिन अंत में अकेले मोर्गन खड़े होते हैं। कुल मिलाकर कार्तिक से टेबल पर कुछ चीजें प्रस्तुत करने की दरकार है और कार्तिक व केकेआर का भाग्य एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है।
हम अब भी यकीन करना चाहेंगे कि कार्तिक में फिनिशर की काबिलियत बाकी है और उनको प्रैक्टिस के लिए जो चार मैच चाहिए थे वो उन्होंने ले लिए हैं लेकिन अब प्रदर्शन करके दिखाएं। कल के मैच में उनके फ्लॉप होने और मोर्गन व त्रिपाठी द्वारा एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद ट्विटर पर कई प्रशंसकों ने कार्तिक के बारे में कहा- 'वह मेरे कप्तान नहीं हैं।'
मैच के बाद कार्तिक का क्या है कहना-
केकेआर को दिल्ली कैपिटल्स से करीबी मुकाबले में 18 रनों की हार मिली। यहां जीत का अंतर फिर भी ज्यादा है लेकिन 19वें ओवर तक केकेआर 50 प्रतिशत तक मैच में बना हुआ था। मोर्गन आउट हुए और गेम बदल गया। वैसे भी मोर्गन और अभिषेक त्रिपाठी की जोड़ी ने ही गेम को केकेआर की ओर अविश्वनीय तरीके से खींचा था। अगर यह जीत होती तो आईपीएल 2020 का एक ओर असाधारण प्रदर्शन होता।
मैच के बाद टीम के इस प्रयास पर कार्तिक का कहना है-
"जिस तरह से लड़कों ने बल्लेबाजी की उससे मुझे कुछ गर्व है, हम अंत तक लड़ते रहे जो हमारी टीम का स्वभाव है। आज हम जो प्रयास करते हैं, उससे वास्तव में खुश हैं। हो सकता है कि 10-13 ओवरों के बीच में हमें कई बाउंड्री न मिली हों, हमने कुछ विकेट गंवाये और साथ ही ऐसे रन चेज में आपको वापस सेट किया।"
क्या ये टॉप ऑर्डर को बदलने का वक्त है?
कार्तिक आगे कहते हैं-
"ईमानदार से कहूं तो दो-तीन छक्के और हमने लगा दिए होते तो मैच पाले में आ गया था।"
अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन पर कार्तिक ने कहा-
"मुझे लगा कि गेंदबाजी करना मुश्किल है और गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, हो सकता है कि 10 रन बहुत अधिक हों लेकिन ठीक है।
फिलहाल पिछले सीजन की छाया भी नहीं दिख रहे आंद्रे रसेल के बारे में बात करते हुए कार्तिक ने कहा-
"हम उस पर (रसेल) भरोसा करते हैं और मानते हैं कि वह अपने काम में सबसे अच्छा है, हम उसे खेल पर प्रभाव पैदा करने के लिए पर्याप्त समय देना चाहते हैं और वह चीज जिसे हम प्रोत्साहित करना चाहते हैं।"
दूसरी ओर केकेआर की मुसीबत टॉप ऑर्डर पर सुनील नारायण का लगातार फेल होना भी है। क्या टॉप ऑर्डर को बदलने का वक्त आ गया है?
"मैंने इसके बारे में सोचा नहीं लेकिन शायद इस खेल के बाद मैं कोचिंग स्टाफ के साथ बैठकर बात करूंगा.. हम अब भी नरेन पर विश्वास करते हैं और जब भी वह चलेंगे तो हमको बढ़िया शुरुआत दिलाएंगे।"