दोनों टीमों का 'हेड टू हेड'
अगर दोनों टीमों के हेड टू हेड पर नजर डालें तो अभी तक 23 बार इनका आमना-सामना हुआ है। इस बीच 15 बार चेन्नई ने बाजी मारी है तो दिल्ली के हाथ 8 बार जीत लगी है। इन मुकाबलों में पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई ने 9, जबकि दिल्ली ने 3 मुकाबले जीते हैं। वहीं लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने 6 तो दिल्ली ने 5 बार जीत हासिल की है।
किसका पलड़ा भारी?
अभी तक के आंकड़े दर्शाते हैं कि चेन्नई का पलड़ा भारी है। लेकिन पिछले सीजन के रिकाॅर्ड को देखें तो दिल्ली भारी पड़ती दिखी। आखिरी सीजन यूएई में खेला गया था, जहां इन टीमों का दो बार आमना-सामना हुआ था। इन दोनों मैचों दिल्ली ने बड़ी आसानी से जीत हासिल की थी। सीजन-13 में 26 सितंबर को हुए मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने 3 विकेट खोकर 175 रन बनाए थे, लेकिन जवाब में चेन्नई 7 विकेट खोकर 131 रन ही बना सकी। वहीं दूसरा मैच 18 अक्तूबर को खेला गया था, जिसमें दिल्ली ने 180 रनों का लक्ष्य 5 विकेट रहते हासिल कर लिया था। दिल्ली कैपिटल्स पिछले सीजन में फाइनल तक पहुंची थी। टीम युवा खिलाड़ियों से भरी है, वहीं चेन्नई आखिरी पायदान पर रही थी। लेकिन इस बार सुरेश रैना खेलते हुए दिखाई देंगे, जिससे टीम को वापसी करने की उम्मीद है।
इनके ऊपर रहेगी नजर
दिल्ली की बात करें तो तेज गेंदबाज कागिसो राबाडा और एनरिक नोर्टजे पहला मैच नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में गेंदबाजी का दारोमदार उमेश यादव और ईशांत पर आ चुका है। वहीं स्पिन विभाग में रविचचंद्रन अश्विन और अमित मिश्रा के रूप में दो दिग्गज मौजूद हैं। क्रिस वोक्स को भी मौका मिलने से टीम का स्पिन विभाग मजूबत है।
वहीं चेन्नई को पिछले सीजन खराब बल्लेबाजी के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार सुरेश रैना खेलते हुए दिखेंगे जो पिछले सीजन में घरेलू समस्या के चलते नहीं खेल पाए थे। रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो के अलावा टीम में इंग्लैंड के सैम कुरेन भी मौजूद है। गेंदबाजी का दारोमदार दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर के आसपास घूमती है। इसके अलावा सैम कुरेन शुरू के ओवरों में उनका अच्छा साथ देते है। रविंद्र जडेजा भी एक अनुभवी स्पिनर हैं।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग XI
दिल्ली कैपिटल्स - पृथ्वी शॉ, शिखर धवन, शिमरोन हेटमायर, ऋषभ पंत (कप्तान और विकेटकीपर), मार्कस स्टोइनिस, सैम बिलिंग्स, क्रिस वोक्स, आर अश्विन, उमेश यादव, अमित मिश्रा, इशांत शर्मा
चेन्नई - ऋतुराज गायकवाड़, फाफ डू प्लेसिस, सुरेश रैना, अंबाती रायडू, एमएस धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, मोईन अली, सैम कुरेन, ड्वेन ब्रावो, दीपक चहर और शार्दुल ठाकुर