नई दिल्ली। धारा 370 के हटने के बाद पाकिस्तान के सिर्फ राजनेता ही नहीं बल्कि उनके क्रिकेटर्स भी चिंता में पड़े हुए हैं। चिंता यह है कि अब भारत से भिड़ने के लिए कश्मीरी राग अलापने का कोई फायदा नहीं रहेगा। जम्मू और कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया है। इसको लेकर पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने हाल ही में भारत को परमाणु बम से उड़ाने की धमकी दी थी, लेकिन वो अब चाहते हैं कि भारत-पाकिसस्तान के बीच शांति बहाल हो। हालांकि, पाकिस्तान अंदर से भारत को अपने फैसले से पलटने की पूरी कोशिश करवा रहा है। दूसरी ओर, भारत ने पाकिस्तान के गोरखधंधे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है और इस मामले को आंतरिक कहा है।
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मियांदाद ने ऐलान किया था कि वो शांति संदेश के लिए लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर जाएंगे। मीडिया सूत्रों की माने तो मियांदाद पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश बॉक्सर आमिर खान के साथ स्थानीय लोगों के साथ एलओसी की ओर निकल भी पड़े थे, लेकिन एलओसी से 15 किलोमीटर पहले ही पाकिस्तानी सेना ने रोक दिया और दोनों खिलाड़ियों को बैरंग वापस भेज दिया। मियांदाद और आमिर खान ने एलओसी पर जाने का एलान अपने ट्विटर हैंडल से किया था। मियांदाद ने कहा कि मैं एलओसी पर जा रहा हूं। कश्मीर में शांति की अपील करूंगा। बॉक्सर आमिर खान ने कहा कि मैं एलओसी पर जा रहा हूं। इस मानवीय यात्रा के दौरान मैं जागरूकता फैलाने की कोशिश करूंगा।
I’m with other legends of sports to be visiting Line of Control( LOC), to make my voice heard, bring greater awareness to the terrible situation in Kashmir and call for peace @UN charter. pic.twitter.com/zuRER8W2ll
— Javed Miandad (@ItsJavedMiandad) August 25, 2019
मियांदाद ने वीडियो अपलोड करते हुए कहा था, "मैं शांति के लिए सीमा पर जाऊंगा। मैं सभी शीर्ष लोगों, खिलाड़ियों और सभी को बुलाऊंगा। मैं वहां जाऊंगा और सभी को शांति के बारे में बताऊंगा। मैं शांति ध्वज लेकर चलूंगा। अगर ये चीजें बंद नहीं हुईं तो मैं किसी के साथ सीमा पर जाऊंगा जो मुझसे जुड़ जाएगा और वहां जाने के बाद मैं लोगों को बताऊंगा कि हम शांति चाहते हैं और हम कश्मीरी लोगों के साथ हैं।" उन्होंने कहा, "जो मेरे साथ चलना चाहता है, चले। कश्मीरियों का संघर्ष खत्म नहीं होगा। दुनिया में नए मुल्क बनते रहेंगे। यह एक सिस्टम है। जिस तरह पाकिस्तान को बनने से कोई नहीं रोक सका, इसी तरह कश्मीर को आजाद होने से कोई नहीं रोक सकेगा।"