दिल की बात शेयर करते हुए युवराज सिंह अपने आंसू नहीं रोक पाए
शो के दौरान युवी ने जिंदगी के उस दौर के बारे में बात की जब वह जानलेवा बीमारी कैंसर से लड़ रहे थे। बीमारी उनके करियर और निजी जिंदगी में कैसे तूफान लेकर आई और कैसे उन्होंने इस पर जीत हासिल की, इन सबके बारे में दिल की बात शेयर करते हुए युवराज सिंह अपने आंसू नहीं रोक पाए।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने के बावजूद युवराज ने घुटने टेकने से मना कर दिया
सोनी टीवी ने ग्रांड फिनाले का एक प्रमोशनल वीडियो जारी किया है। जिसमें दिखाया गया है कि किस तरह शो के दौरान अपनी कैंसर से जूझने वाली कहानी सुनाते हुए युवराज काफी भावुक हो गए और सेट पर ही रो पड़े। युवराज ने बताया कि 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान उनका स्वास्थ्य बुरी तरह बिगड़ गया था और उन्होंने हार मानने से मना कर दिया था। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने के बावजूद युवराज ने घुटने टेकने से मना कर दिया और खेलना जारी रखा।
अगर अब भी इलाज नहीं कराया तो आपका बचना नामुमकिन
युवराज के साथ विद्या बालन भी शो में अपनी फिल्म 'तुम्हारी सुलु' को प्रमोट करने पहुंचीं। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित समाजसेवी कैलाश सत्यार्थी भी शो में पहुंचे। युवराज ने सेट पर बताया कि जब उनकी तबीयत बुरी तरह बिगड़ चुकी थी और डॉक्टर ने यह कह दिया था कि अगर अब भी इलाज नहीं कराया तो आपका बचना नामुमकिन है।
14 सेंटीमीटर का ट्यूमर भी मेरे मुंह से बाहर आया लेकिन
वीडियो में युवराज कहते हुए दिखाई देते हैं कि "जब मैं सोकर उठा तो खांसी में मुझे रेड कलर का म्यूकस निकला। इतना ही नहीं 14 सेंटीमीटर का ट्यूमर भी मेरे मुंह से बाहर आया लेकिन बावजूद इस सबके मैंने खेलना जारी रखा। मेरी तबीयत बुरी तरह गिरने लगी और डॉक्टर ने मुझसे कहा कि यदि इलाज नहीं कराया तो आपका बचना असंभव है।" बता दें कि युवराज सिंह ने वर्ल्डकप 2011 में मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे। युवी के ऑलराउंडर प्रदर्शन की बदौलत भारत ने दूसरी बार खिताब जीता था। वो पल हर भारतीय के लिए गर्व के पल थे।