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इन 6 खिलाड़ियों ने क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा बार पलटा मैच का पासा, जीता मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड

नई दिल्ली। क्रिकेट के इतिहास में हर रोज कुछ रोमांचक होता है और इसे रोमांचक बनाने में कभी बल्लेबाज का हाथ होता है तो कभी गेंदबाज या कई बार कोई फील्डर अदभुत फील्डिंग करके मैच का पासा ही पलट देता है। 22 फीट की पिच पर गेंद और बल्ले के बीच सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक मेहनत करा देने वाले खेल का नाम है क्रिकेट। शारीरिक मजबूती के साथ रणनीतिक दांव-पेंच के इस खेल में जो भी टीम ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करती है वो मैच की नतीजा अपने पक्ष में रखने में कामयाब रहती है। इस रणनीति में सही टीम का चयन उतना ही जरूरी है जितना कि आपका शानदार प्रदर्शन करना। हर टीम चयन के दौरान वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी क्रम चुनना चाहती है जो सामने वाली टीम के परखच्चे उड़ा दे। हालांकि ऐसा हो नहीं पाता, जिस तरह से एक म्यान में दो तलवारें नहीं रह सकती उसी तरह एक ही मैच में दोनों टीमों की रणनीति सफल नहीं हो पाती। मैच के दौरान कोई एक खिलाड़ी ऐसा होता है जो मैच का रुख अपनी टीम की ओर मोड़ता है और अपने अद्भुत प्रदर्शन के चलते अपनी टीम को विजयी टीम बनाता है।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया जाता है। क्रिकेट जगत में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने अपने देश के लिए ऐसी अद्भुत पारियां खेली हैं और न सिर्फ अपना बल्कि अपने देश का नाम भी विश्व पटल पर लिखवाया है।

और पढ़ें: लाल और गुलाबी गेंद में होता है ये बड़ा फर्क, जानिए कोलकाता में क्या 'कमाल' दिखाएगी पिंक बॉल

आइये विश्व क्रिकेट के 6 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं जिनकी अद्भुत पारियों ने उन्हे सबसे ज्यादा बार मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड का हकदार बनाया है:

रिकी पॉन्टिंग (Rickey Ponting, Australia)

रिकी पॉन्टिंग (Rickey Ponting, Australia)

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास के लिए सबसे सफल कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने अपने करियर की शुरुआत 15 फरवरी 1995 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वेलिंगटन के बसिन रिजर्व स्टेडियम में की थी। हालांकि करियर के पहले ही मैच में वो महज एक रन के स्कोर सिमन्स का शिकार हो गए थे। पॉन्टिंग ने अपने करियर के दौरान 560 मैच खेले जिसमें उन्होंने 13378 टेस्ट 13704 ODI रन बनाए। वह 17 टी-20 मैच भी खेले जिसमें महज 401 रन ही बना सके।

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बॉलर ग्रेग कैंपबेल के भतीजे पॉन्टिंग ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहला शतक इंग्लैंड के खिलाफ लिड्से में 1997 में लगाया था। हालांकि ODI की तुलना में उनका टेस्ट डेब्यू काफी शानदार रहा। 8 दिसंबर 1995 को श्रीलंका के खिलाफ वाका के ग्राउंड में पॉन्टिंग ने अपना टेस्ट डेब्यू किया जहां उन्हें चमिंडा वास की गेंद पर एक विवादित LBW के चलते 96 के निजी स्कोर पर वापस जाना पड़ा।

पॉन्टिंग ने अपने 17 साल के करियर अपने और अपनी टीम के लिए कई विश्व रिकॉर्ड बनाए। इस दौरान वह 49 बार मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किए गए, जिसमें 16 टेस्ट, 32 ODI और 1 टी-20 इंटरनेशनल मैच शामिल है। वह इस लिस्ट में छठे नंबर पर काबिज हैं।

कुमार संगाकारा (Kumar Sangakkara, Sri Lanka)

कुमार संगाकारा (Kumar Sangakkara, Sri Lanka)

श्रींलका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर कुमार संगाकारा ने अपने करियर की शुरुआत 5 जुलाई 2000 में पाकिस्तान के खिलाफ की थी। अपने पहले ही मैच में उन्होंने इस बात की झलक दिखा दी थी कि वो श्रीलंकाई क्रिकेट इतिहास में कितना बड़ा नाम होंगे। हालांकि वो पहले मैच में 35 के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए थे, लेकिन उसके बाद वह रुके नहीं और अपने करियर के दूसरे ही मैच में अपना पहला मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड हासिल किया। हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए इस मैच में भी उन्हें रन आउट होकर वापस जाना पड़ा पर तब तक वो 11 चौकों की मदद से 85 रन बना चुके थे।

संगाकारा के क्रिकेट को अलविदा कहने तक एक बल्लेबाज विकेटकीपर के तौर पर वह कई ऐसे रिकॉर्ड बना चुके थे जिसे विश्व के सफलतम कप्तानों में से एक एम एस धोनी भी नहीं तोड़ पाए हैं।

अपने 15 साल तक के क्रिकेट करियर के दौरान 404 ODI, 134 टेस्ट और 56 टी-20 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 25 शतक और 98 अर्धशतक की मदद से 14234 ODI रन बनाए, वहीं टेस्ट में 11 दोहरे शतक, 38 शतक और 52 अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड भी संगाकारा के नाम दर्ज है। वह सर डॉन ब्रैडमैन के बाद इकलौते दूसरे खिलाड़ी हैं जिनके नाम इतने दोहरे शतक दर्ज है, ब्रैडमैन ने 12 दोहरे शतक लगाए थे।

संगाकारा ने 50 बार मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता, जिसमें 16 टेस्ट, 31 ODI और 3 टी-20 इंटरनेशनल मैच शामिल है। वह इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर काबिज हैं।

विराट कोहली (Virat Kohli, INDIA)

विराट कोहली (Virat Kohli, INDIA)

क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम के क्रिकेट कप्तान विराट कोहली दुनिया के श्रेष्ठतम बल्लेबाजों में से एक हैं। वह लगातार एक के बाद एक नए कीर्तीमान स्थापित करते जा रहे हैं। विश्व क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में अपना नाम शामिल करने वाले इस भारतीय खिलाड़ी ने हाल ही में सबसे तेज 10 हजार ODI रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। सचिन तेंदुलकर के बाद एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा सेंचुरी लगाने वाले विराट कोहली ने अपने करियर की शुरुआत 2008 में की थी और अभी आने वाले सालों में और कई रिकॉर्ड ध्वस्त करते नजर आएंगे।

कप्तान कोहली अपने अब तक के करियर में 55 मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड हासिल कर चुके हैं। इसमें 9 बार टेस्ट और 35 बार वनडे और 11 बार टी-20 मैच शामिल है। वह इस लिस्ट में चौथे नंबर पर काबिज हैं।

जैक कैलिस (Jacques Kallis, South Africa)

जैक कैलिस (Jacques Kallis, South Africa)

दुनिया के सबसे बेहतरीन और दक्षिण अफ्रीका के सर्वकालिक महान ऑलराउंडर जैक कैलिस ने 14 दिसंबर 1995 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से अपने करियर की शुरुआत की थी। हालांकि वह पहले मैच में महज 1 रन के स्कोर पर आउट हो गए थे।

कैलिस ने दुनिया के एकमात्र ऑलराउंडर हैं जिनके नाम वनडे और टेस्ट में 250 विकेट और 10,000 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। इसके अलावा कैलिस टेस्ट और वनडे में 100 कैच लेने वाले भी दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं। कैलिस इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम टेस्ट और वनडे दोनो फार्मेट में 100 कैच लेने का रिकॉर्ड हैं।

उन्होंने अपने लगभग 18 साल के करियर में 57 बार मैन ऑफ द मैच का रिकॉर्ड हासिल किया, जिसमें 23 बार टेस्ट (जो कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा है), 32 बार ODI और 2 बार टी-20 मैच शामिल हैं। वह इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर काबिज हैं।

सनथ जयसूर्या ( Sanath Jayasurya)

सनथ जयसूर्या ( Sanath Jayasurya)

श्रीलंका के विस्फोटक बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने अपने करियर की शुरुआत 26 दिसंबर 1989 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था, हालांकि शुरुआत कुछ खास नहीं थी, या यूं कहें कि साल 1995 तक जयसूर्या की सालाना ODI एवरेज 30 के पार नहीं गई। लेकिन 1996 विश्व कप जयसूर्या के करियर के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। उन्होंने शाहिद अफरीदी के बाद दूसरी सबसे तेज सेंचुरी (48 गेंद) बनाने की रिकॉर्ड अपने नाम किया, वहीं 17 गेंदों में अर्धशतक भी लगाया था।

जयसूर्या ने 110 टेस्ट मैच में 6973 रन बनाए, जिसमें 14 शतक और 3 दोहरा शतक शामिल है और 445 वनडे मैच में 13430 रन बनाए, जिसमें 28 शतक शामिल है। इस दौरान उन्होंने 58 बार मैन ऑफ द मैच का रिकॉर्ड हासिल किया, जिसमें 4 बार टेस्ट, 48 बार ODI और 6 बार टी-20 मैच शामिल हैं। वह इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर काबिज हैं।

सचिन रमेश तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)

सचिन रमेश तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)

दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक और क्रिकेट के भगवान के नाम से प्रसिद्ध सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ अपने क्रिकेट करियर की शानदार शुरुआत की और श्रीकांत की कप्तानी वाली टीम में 6 पारियों में देश के लिये दो अर्धशतक बनाये। उन्होंने ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए 1990 में पहला शतक (नाबाद 119) रन बनाए।

सचिन तेंदुलकर ने अपने 24 साल के क्रिकेट करियर के दौरान 664 मैच खेलकर 76 बार मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता और इस लिस्ट में टॉप पर पहुंच गए। सचिन तेंदुलकर ने 14 बार टेस्ट मैचों में और 62 बार एकदिवसीय मैचों में यह पुरस्कार हासिल किया। वह इस लिस्ट में टॉप पर काबिज हैं। हालांकि उम्मीद है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली उनके रिकॉर्ड को ध्वस्त कर पहले नंबर की गद्दी हासिल कर सकते हैं।

Story first published: Thursday, October 31, 2019, 16:17 [IST]
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