जब उन्हें टीम इंडिया की कप्तानी सौपी गई
इतनी सफलताओं को पाने के बाद अब धोनी पर टी20 में औसत बल्लेबाजी के लिए संन्यास का दबाव डाला डाला रहा है। हालांकि धोनी के समर्थन में खुद भारतीय कोच रवि शास्त्री और विराट कोहली खुलकर आ चुके हैं। धोनी ने तमाम सफलताओं के बाद उस राज का खुलासा किया है जब उन्हें टीम इंडिया की कप्तानी सौपी गई थी।
धोनी की कप्तानी की काफी तारीफ हुई थी
आपको बता दें कि 2007 में युवराज सिंह, हरभजन सिंह और वीरेंदर सहवाग जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद धोनी को टीम का कप्तान बनाया गया था और उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप खिताब अपने नाम किया था। उस प्रतियोगिता में धोनी की कप्तानी की काफी तारीफ हुई थी और उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। धोनी का कहना है कि इसके लिए सीनियर खिलाड़ियों ने उनका साथ दिया, इसके अलावा क्रिकेट को लेकर उनकी जानकारी और उनका स्वभाव इसमें काफी मददगार रहा।
शायद ये भी कारण रहा कि टीम के बाकी खिलाड़ियों के साथ मेरे अच्छे संबंध थे
'द प्रिंट' नाम के वेब पोर्टल को दिए गए इंटरव्यू में धोनी ने बताया कि मैं उस वार्तालाप या बैठक में नहीं था जब मुझे भारतीय टीम के कप्तान के रूप में चुना गया था। यह सबकुछ मेरे योग्यता और गेम को परखने की निर्भरता पर मिली। धोनी ने कहा- "मुझे लगता है कि मेरी ईमानदारी और खेल के प्रति मेरी जानकारी को लेकर मुझे टीम की कप्तानी मिली। धोनी ने आगे कहा कि गेम को पढ़ना काफी अहम होता है। हालांकि उस समय टीम में मैं एक युवा खिलाड़ी था और जब एक सीनियर खिलाड़ी ने मेरी राय पूछी तो मैंने खुलकर अपनी राय दी। शायद ये भी कारण रहा कि टीम के बाकी खिलाड़ियों के साथ मेरे अच्छे संबंध थे।"
विराट कोहली धोनी की सलाह लेते रहते हैं
धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। अब वह केवल वनडे और टी20 खेलते हैं। मैदान पर कई बार देखा गया है जब मौजूदा कप्तान विराट कोहली धोनी की सलाह लेते रहते हैं। धोनी की विकेट कीपिंग अभी भी पूरी दुनिया कायल है।