भारत के दोनों ओपनर रिटायर हुए थे-
उस समय बांग्लादेश की टीम में इतनी ताकतवर भी नहीं हुआ करती थी तब टीम धीरे धीरे विश्व क्रिकेट में अपने पैर जमा ही रही थी। हालांकि आज भी बांग्लादेश की क्रिकेट टीम दुनिया की सबसे ताकतवर टीमों में कभी भी शामिल नहीं होती लेकिन वह अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में बहुत आगे निकल चुकी है। 2007 के मुकाबले की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने दिनेश कार्तिक और वसीम जाफर को ओपनर के तौर पर उतारा जिन्होंने 175 रनों की भागीदारी की। उसके बाद कार्तिक को चोट लगने के चलते रिटायर होने का फैसला करना पड़ा। लेकिन जाफर ने अपनी बेहतरीन पारी जारी रखी और जल्दी ही वे अपने शतक तक भी पहुंच गए। जाफर ने 229 गेंदों पर 138 रनों की पारी खेली और दिलचस्प बात यह है कि वह भी रिटायर हो गए और फिर बल्लेबाजी के लिए मैच में नहीं आए। उन्होंने अपनी प्रभावित करने वाली पारी में 17 चौके लगाए थे।
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कप्तान राहुल द्रविड़ ने खेली थी आक्रामक पारी-
जब कार्तिक रिटायर हुए थे तो भारत के तत्कालीन कप्तान राहुल द्रविड़ नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए थे और उन्होंने मैच को अपने नियंत्रण में ले लिया। जाफर के जाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने भी कप्तान को ज्वाइन कर लिया और फिर एक और बड़ी साझेदारी जुड़ी। इस जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 127 रन और जोड़े जिसके बाद राहुल द्रविड़ मोहम्मद रफीक की गेंदबाजी पर आउट हो गए। मोहम्मद रफीक तब बांग्लादेश के शानदार गेंदबाज माने जाते थे और वह अनुभवी भी थे। द्रविड़ ने 176 गेंदों पर 129 रनों की पारी खेली जिसमें 1 छक्का और 15 चौके लगाए। राहुल द्रविड़ अमूमन धीमी बल्लेबाजी करते थे लेकिन यह उनकी शैली के हिसाब से एक आक्रामक बल्लेबाजी थी जिसमें 1 छक्के शामिल था।
सचिन तेंदुलकर अंत तक नाबाद रहे-
राहुल द्रविड़ के जाने के बाद दिनेश कार्तिक चोट से हल्के उभरे और बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने भी शतक जमा दिया। शतक के बाद वे मशरफे मोर्तजा की गेंदबाजी पर आउट हो गए। उन्होंने 212 गेंदों पर 129 रनों की पारी खेली जिसमें 16 चौके शामिल थे जबकि सचिन तेंदुलकर 122 रन बनाकर नाबाद रहे। दिलचस्प बात यह है यह खेल के इतिहास का ऐसा पहला मुकाबला था जिसमें एक पारी में किसी टेस्ट टीम ने अपने टॉप के चार बल्लेबाजों के शतक देखें। भारत ने 3 विकेट पर 610 रन बनाकर अपनी पारी को घोषित कर दिया जिसके जवाब में बांग्लादेश की टीम ने पहली पारी में 118 रन बनाए और ऑल आउट हो गई जबकि दूसरी पारी में 253 रन बनाकर आल आउट हो गई और भारत पारी के अंतर से यह मुकाबला जीतने में कामयाब रहा।