सचिन को बोला बच्चा
किशोरी आमोनकर की याद में गुरुवार को जयपुर में आयोजित एक संगीत संध्या समारोह में पं. हरिप्रसाद चौरसिया ने देश में कला व संस्कृति की स्थिति व उसको मिलने वाले सम्मान के बारे में बोल रहे थे। इसी दौरान भारत रत्न पर बोलते हुए पं. चौरसिया ने हाल ही में खेल से जुड़े एक बच्चे को भारत रत्न देने से इसकी गरिमा कम हुई है। जाहिर ही उनका इशारा सचिन की तरफ था। बता दें कि सचिन को 2013 में भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया था। खेल के क्षेत्र में भारत रत्न पाने वाले सचिन पहले भारतीय थे।
कलयुग में ऐसा ही होता है
पं. चौरसिया ने आगे कहा यह कलयुग है, कलयुग में ऐसा हा होता है। कम उम्र के लोगों को सम्मान देने की जगह सरकार को चाहिए कि भारतीय संस्कृति के लिए पूरी जिंदगी कठिन तपस्या करने वाले लोगों को यह पुरुस्कार दिया जाए। पं. चौरसिया ने कहा कि खेल के क्षेत्र में भी कई उम्रदराज हस्तियां ऐसी है जिन्हें इस सम्मान से नवाजा जा सकता है, हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।
सचिन को भारत रत्न देने पर पहले भी हुआ है विवाद
वर्ष 2013 में सचिन को जब भारत रत्न के सम्मान से नवाजा गया था तब भी काफी विवाद हुआ था। लोग सचिन तेंदुलकर से पहले हॉकी के जादुगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद को सचिन से पहले भारत रत्न दिए जाने की मांग कर रहे थे। ध्यानचंद को आज भी भारत रत्न देने की मांग उठती रहती है।