क्रिकेट नहीं फुटबॉल था पहला प्यारः
मैदान पर अगर पूरी टीम एक साथ खड़ी हो तो अश्विन सबसे अलग नजर आते हैं कारण है उनकी लंबी कद काठी। अपनी फिरकी से पूरी दुनिया में नाम कमा चुके इस दिग्गज का पहला प्यार क्रिकेट नहीं था। वह फुटबॉल खेलते थे। माना जाता था कि अच्छी कद काठी होने के कारण फुटबॉल में वह बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन संयोग से अश्विन क्रिकेट में आ गए।
पढ़ाई में भी हैं दिग्गज, इंजीनियरिंग की भी डिग्रीः
भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के पास भी इंजीनियरिंग की डिग्री है। अश्विन ने चेन्नई के एसएसएल कॉलेज से इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में बी-टेक किया है। वहीं उऩकी मां चित्रा उऩकी पढ़ाई को लेकर काफी सख्त थीं, हालांकि उनका पूरा परिवार कभी अश्विन के खेल करियर के आंड़े नहीं आया। अपनी मां के संघर्ष का जिक्र अश्विन कई बार इंटरव्यू में भी कर चुके हैं।
जब एक चोट ने बल्लेबाजी से किया दूरः
गौरतलब हो कि अश्विन पहले एक बल्लेबाज बनना चाहते थे, लेकिन युवावस्था में गंभीर चोट के कारण ही अश्विन ने बल्लेबाजी की ओर ध्यान देना कम कर दिया। 14 वर्ष की उम्र में उनके पेल्विक एरिया में चोट लगी थी। इसी वजह से वह दो महीने तक बिस्तर पर रहे। इसी के चलते उन्होंने बल्लेबाजी की जगह गेंदबाजी पर ध्यान देना शुरू किया। हालांकि बल्लेबाजी में भी उनकी कोई सानी नहीं है, कई बार उन्होंने शानदार पारियां टीम में खेली हैं।
अपने बचपन की दोस्त से रचाई शादीः
अश्विन के पिता भी क्लब क्रिकेटर थे, जिस क्लब में वो क्रिकेट खेलते थे उसी क्लब से अश्विन ने भी अपने करियर की शुरुआत की थी। वहीं अगर निजी जिंदगी की बात करें तो अश्विन ने अपनी बचपन की दोस्त प्रीति नारायणन से 2011 में शादी की। अश्विन को 2014 में अर्जुन अवॉर्ड दिया गया। इसके साथ ही 2012-13 में उन्हें बीसीसीआई ने साल के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के खिताब से भी नवाजा।
बल्लेबाजी में कमाल का रिकॉर्डः
गौरतलब हो कि अपनी गेंदबाजी का जलवा पूरी दुनिया में बिखेरने वाले अश्विन टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 300 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, इसके अलावा उन्होंने भारत की ओर से चार टेस्ट सेंचुरी भी जड़ी हैं। वहीं अश्विन 529 इंटरनेशनल विकेट ले चुके हैं, जिसमें 327 टेस्ट, 150 वनडे और 52 टी20 इंटरनेशनल विकेट शामिल हैं। अश्विन का टेस्ट क्रिकेट में बेस्ट स्कोर 124 रनों का है, जबकि वनडे में वो एक हाफसेंचुरी जड़ चुके हैं।