कैंडी। भारतीय स्पिनर रवींद्र जडेजा श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में निलंबन के बाद नहीं खेल पाएंगे। इस बीच कप्तान विराट कोहली ने आईसीसी के इस निर्णय पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि खिलाड़ियों की आचार संहिता से जुड़े नियमों को लागू करने को लेकर अधिक निरंतरता होनी चाहिए।
कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच शुरू होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'मुझे लगता है कि यहां से आगे बढ़ते हुए खिलाड़ियों को अधिक जागरुक होना चाहिए और उम्मीद करते हैं कि अब से दिशानिर्देश समान होंगे क्योंकि यह स्थिति के अनुसार बदलते नहीं रहना चाहिए और अगर इसमें निरंतरता होती है तो मुझे लगता है कि आगे बढ़ते हुए यह अच्छा है क्योंकि खिलाड़ियों को बेहतर पता होगा कि मैदान पर उन्हें कैसे पेश आना है।
कोलंबो टेस्ट में आईसीसी ने रवींद्र जडेजा पर पिच पर दौड़ने और विरोधी खिलाड़ी की तरफ खतरनाक तरीके से गेंद फेंकने के अपराध में दोषी पाया और उन्हें एक टेस्ट के लिए निलंबित कर दिया। कोलंबो टेस्ट के बाद जडेजा दुनिया के नंबर वन टेस्ट ऑलराउंडर बने हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने कहा, 'कई बार कई चीजें माहौल के जोश में हो जाती हैं। लेकिन, आपको नहीं पता होता कि आपकी किस हरकत पर आपके खाते में एक, दो या तीन अंक डाल दिया जाते हैं। मुझे लगता है कि आज के समय में इरादा मायने रखता है और इन तरह की चीजों को खिलाड़ियों को ध्यान में रखना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि नियम सभी के लिए बराबर होंगे और परिस्थति के हिसाब से इनमें बदलाव नहीं किया जाएगा'।
कोहली ने आईसीसी के नियमों पर जोर देते हुए कहा कि अगर नियम का पालन नियमित तौर पर किया जाएगा तो यह खिलाड़ियों के लिए अच्छा होगा क्योंकि इससे उन्हें पता चलेगा की मैदान पर उन्हें क्या करना है और इससे खेल को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
श्रीलंका के खिलाफ भारत ने टेस्ट सीरीज में पहले से ही फतह कर ली है। जडेजा के ना खेलने पर उनकी जगह कौन आएगा इस पर अभी भी सस्पेंस जारी है, लेकिन कोहली पहले ही कुलदीप यादव को खिलाने का इशारा कर चुके हैं।