शतक का दवाब नहीं बनाना होगा
मांजरेकर ने सभी को सावधान करते हुए सोनी स्पोर्ट्स से कहा, "मुझे उम्मीद है कि हम आम तौर पर युवा खिलाड़ी पर यह कहते हुए दबाव नहीं डालेंगे कि उसे शतक बनाना होगा। आज जो 43 रन मिले, उसने उसके बाद भारत को जीत की स्थिति में ला खड़ा किया। अगर श्रीलंका ने कोशिश की तो भी भारत हारने वाला नहीं था।" शॉ जब आउट हुए तो भारत का स्कोर 5.3 ओवर में 1 विकेट पर 58 रन था।
उसके स्ट्राइक रेट से खुश हैं मांजरेकर
उन्होंने कहा, 'मैं उसके स्ट्राइक रेट से 40 और 50 रन देखकर खुश हूं, बशर्ते शाॅ के आउट होने के बाद अच्छी बल्लेबाजी हो। और ऐसा लग रहा था कि वह उस तरह से खेलना नहीं चाह रहा था, लेकिन यह बस हो रहा था। ईशान किशन ने थोड़ा अलग तरीके से खेला, जो सिर्फ बाउंड्री लगाने का लक्ष्य बना चुका था।" पूर्व भारतीय बल्लेबाज को लगा कि बड़े शतक लगाने से बेहतर है कि मैच जीतने पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि अब इस युवा खिलाड़ी पर शतक लगाने का दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।
मांजरेकर ने कहा, "आखिरकार, उसे बड़े स्कोर मिलना शुरू हो जाएंगे, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उस पर सीधे दबाव डाला जाना चाहिए कि उसे अपनी शुरुआत को शतकों में बदलने के लिए जाना चाहिए। एकदिवसीय क्रिकेट में शतक बनाना, यदि आप शीर्ष पर बल्लेबाजी करने वाले अच्छे खिलाड़ी हैं, तो आपको शतक मिलते हैं। लेकिन जीत महत्वपूर्ण है।"
शाॅ की पारी ने दिलाई तेज शुरूआत
बता दें कि भारत को जीत दिलाने में शॉ ने तेज शुरूआत दिलाई। उनके आउट होने के बाद भी पारी पर फर्क नहीं पड़ा क्योंकि डेब्यू कर रहे ईशान किशन ने शॉ द्वारा बनाए गए मूमेंट का फायदा उठाया और कुछ तेज रन बनाए। शिखर धवन (95 गेंदों में नाबाद 86 रन), मनीष पांडे (40 गेंदों पर 26 रन) और सूर्यकुमार यादव (20 गेंदों पर 31 रन) के योगदान के साथ किशन की 42 गेंदों में 59 रन की मदद से भारत ने 263 रनों का लक्ष्य 7 विकेट रहते हासिल कर लिया था। अब सीरीज का दूसरा मैच मंगलवार को खेला जाएगा।