वेगन बनाम वेजीटेरियन, क्या है मामला-
दरअसल शाकाहारी यानी कि वेजिटेरियन डाइट लेने वाले लोग मांसाहार यानी कि पशुओं के मांस से परहेज करते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि वे उन सभी चीजों से भी परहेज करें जो हमें पशुओं से प्राप्त होती हैं जैसे कि दूध-अंडा, शहद, कुछ ऐसी दवाइयां जो पशुओं से प्राप्त होती हैं आदि। दूसरी ओर वैगन डाइट लेने वाले लोग एक तरह से शाकाहारी भोजन लेने वालों की ही एक किस्म की एक श्रेणी है जो कि कठोरतम तरीके से शाकाहार का पालन करते हैं। वेगन डाइट लेने वाले लोग पशुओं या अन्य जीवों के दोहन-शोषण से मिलने वाली किसी भी तरह की खुराक से परहेज करते हैं। वैसे वेगन डाइट लेने वाले बॉडीबिल्डर आपको बड़ी मुश्किल से मिलेंगे लेकिन अगर मिल भी जाते हैं तो वे व्हे प्रोटीन या कैसीन प्रोटीन जैसे प्रोडक्ट नहीं लेंगे क्योंकि यह दूध से और अंडे से प्राप्त होती है।
डेविड वार्नर ने भारत में Covid-19 की हालत को किया याद, बोले- बड़ा भयानक अनुभव था
कोहली ने कभी नहीं किया वेगन होने का दावा-
वेगन डाइट लेने वाला व्यक्ति ना केवल अंडे से परहेज करेगा बल्कि वह तमाम किस्म के डेयरी प्रोडक्ट से भी हाय तौबा करेगा। इतना ही नहीं वे शहद को भी नहीं खाते हैं क्योंकि वह भी मधुमक्खियों द्वारा की गई मेहनत से प्राप्त होता है। तो आपको वेगन और वेजिटेरियन का अंतर समझ में आ गया होगा। अब बात करते हैं कि विराट कोहली को लोगों ने वेगन क्यों समझ लिया जबकि उन्होंने खुद को वेजिटेरियन कहा है। दरअसल विराट कोहली ने खुद ही इस बात की घोषणा ट्विटर पर की है कि उन्होंने कभी भी अपने आप को वैगन नहीं माना। उन्होंने हमेशा यही मानना है कि वह शाकाहारी हैं।
कोहली कहते हैं, "मैंने कभी भी वेगन होने का दावा नहीं किया हमेशा मैंने यही कहा कि मैं शाकाहारी हूं तो आप गहरी सांस लीजिए और अपनी सब्जियां खाइए (अगर आप खाना चाहते हैं)"
कोहली वेजीटेरियन हैं पर अंडे खा लेते हैं-
जाहिर है कोहली भी जानते हैं सोशल मीडिया पर उनको लेकर किस तरह की चर्चा चल रही थी और लोग उनको वेगन खुराक लेने का दावा करने के बावजूद अंडे खाने वाले व्यक्ति मानने लगे थे। कोहली ने बता दिया है कि वह वेजिटेरियन है ना की वेगन और शाकाहारी लोगों की एक श्रेणी अंडे भी खा सकती है। हालांकि यह विवाद का विषय है कि अंडा शाकाहार माना जाए या मांसाहार। यह 2019 की बात है जब कोहली ने अपनी खाने की आदतों के बारे में बात की थी और कहा था कि वह एक शाकाहारी व्यक्ति में बदल चुके हैं और लेकिन उन्होंने तब भी किसी प्रकार की वेगन टाइट का जिक्र नहीं किया था। हम आपके सामने वो ट्वीट यहां पर ला देते हैं जिसमें आप देख सकते हैं विराट कोहली नेटफ्लिक्स पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म की चर्चा कर रही हैं जिसमें जिसमें एथलीट्स की डाइट के बारे में भी काफी कुछ बताया गया है और कोहली का कहना है इस सीरीज ने खिलाड़ी की खुराक के बारे में उनके कई मिथ को तोड़ दिया है। कोहोली यह भी बताना नहीं भूले कि जब से भी शाकाहारी बने हैं तब से उनको कोई भी प्रकार की दिक्कत नहीं आई है और वे पहले से अच्छा महसूस करते हैं।
कोहली के दावे पर लोग चुटकी लेना फिर भी नहीं भूले-
तो ऐसे में कोहली के आलोचकों को समझना चाहिए कि वह तो कभी भी वेगन होने की बात नहीं कर रहे थे।लेकिन सोशल मीडिया की भी एक अलग दुनिया है यह एक ऐसा ओपनवर्ल्ड है जहां पर हर कोई अपनी बात कहने के लिए आजाद है। कोहली ने जब यह बात जब यह स्पष्टीकरण दिया तो लोगों ने इसकी भी चुटकी ली और कहा कि सर आप कुछ भी खाओ लेकिन आरसीबी को किसी तरह कप जिताओ। तो दूसरी ओर कुछ यूजर्स बताते हैं कि वेगन और वेजिटेरियन लोगों के बीच में क्या फर्क होता है। तो वहीं कुछ यूज़र कोहली की सराहना करते हैं और बताते हैं कि उन्होंने पुरानी वीडियो में देखा है किस तरीके से कोहली ने पीटरसन के साथ लाइव सेशन में भी यह बताया था कि वे वेजिटेरियन हैं ना कि वेगन। हालांकि मीडिया यह बताता आ रहा है कि 2018 से विराट कोहली वेगन बन गए हैं। विराट कोहली ने जैसे कहा है कि गहरी सांस लें, अपनी सब्जियां खाएं अगर आप खाना चाहते हैं तो उस पर यूजर पर चुटकी लेते हैं और कहते हैं कि मेरी मर्जी मैं जो भी खाऊं उससे आपको क्या लेना देना है।
फिलहाल विराट कोहली 14 दिनों क्वारंटाइन पीरियड लगभग पूरा कर चुके हैं और वे मुंबई से अब यूनाइटेड किंगडम की उड़ान भरेंगे जहां उनके साथ उनकी टीम के अलावा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सदस्य भी शामिल होंगी। भारत को 18 से 22 जून के बीच न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलना है। हम उम्मीद करते हैं विराट कोहली खूब हरी-हरी सब्जियां खाते रहें और तरोताजा रहें, साथ ही भारत को अच्छे से मुकाबले में लेकर जाएं और अपने नाम आईसीसी का पहला खिताब करें।