नई दिल्ली। उन्मुक्त चंद वैसे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने क्रिकेट पिच पर घायल होने के बाद भी साहस बनाए रखा और शानदार शतक लगाए। चोट लगने के बाद भी असधारण साहस दिखाया और अच्छी बल्लेबाजी की। आगामी विजय हजारे ट्रॉफी की तैयारी कर रहे उन्मुक्त चंद टूटे जबड़े के साथ खेलते हुए उन्मुक्त चंद ने शानदार शतक बनाया। इस दौरान उन्मुक्त को खेलते हुए जिसने भी देखा उसे अनिल कुंबले की याद आ गई। दरअसल जाल पर अभ्यास करते हुए अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतने वाले कप्तान रहे उन्मुक्त घायल हो गए थे उनका जबड़ा टूट गया। इसके बाद भी उन्मुक्त ने बैटिंग नहीं छोड़ी। विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की तरफ से खेलते उन्मुक्त ने 116 रन बनाए।
दिल्ली की टीम में उत्तरप्रदेश के खिलाफ 6 विकेट गंवाकर 307 रन बनाए। जिसमें घायल उन्मुक्त चंद ने 116 रन बनाए थे। उन्मुक्त चंद ने 125 गेंदों में 116 रन बनाकर 12 चौके और तीन छक्के लगाए और अनिल कुंबले की याद दिलाई। आपको बता दें कि अनिल कुंबले ने 2002 के एंटिगुआ टेस्ट में घायल होने के बाद भी गेंदबाजी की थी जिसे भारतीय प्रशंसक हमेशा याद करते हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को दिल्ली का कप्तान बनाया गया है।
दिल्ली जिला क्रिकेट संघ ने इसका ऐलान किया। प्रदीप सांगवान को 15 सदस्यीय टीम का उपकप्तान बनाया गया है। हालांकि टीम में गौतम गंभीर, ऋषभ पंत और उन्मुक्त चंद जैसे खिलाड़ी हैं इसके बावजूद इशांत को दिल्ली टीम की कमान सौंपी गई है। इससे पहले रणजी ट्रॉफी में गौतम गंभीर ने कप्तानी करने से मना कर दिया था और इशांत शर्मा को तब कप्तानी सौंपी गई थी।
आठ शहरों में मैच
ग्रुप ए के मैच कर्नाटक में बेंगलुरु और अलुर में होंगे। ग्रुप बी के मैच हिमाचल प्रदेश के नादौन, बिलासपुर और धर्मशाला में तो ग्रुप सी के मैच चेन्नै में खेले जाएंगे। ग्रुप डी के मैचों की मेजबानी आंध्र प्रदेश के हैदराबाद और सिकंदराबाद करेंगे। तमिलनाडु टीम इस ट्रोफी को 5 बार जीत चुकी है जबकि 2-2 बार मुंबई और कर्नाटक टीम चैंपियन रही है। दिल्ली, यूपी, रेलवे, सौराष्ट्र, गुजरात, झारखंड और बंगाल ने 1-1 बार यह खिताब जीता है।