शायद यहां धवन चूक गए
सहवाग का कहना है कि धवन बीच के ओवरों में नवदीप सैनी को गेंद साैंप सकते थे और नीतीश राणा से भी गेंदबाजी करवानी चाहिए थी क्योंकि पिच स्पिन के अनुकूल थी। सहवाग ने क्रिकबज के साथ बात करते हुए कहा, ''वरूण चक्रवर्ती ने साबित किया है कि आप उनसे आखिरी ओवरों में भी गेंदबाजी कवा सकते हैं। यह नई बात नहीं है। चक्रवर्ती ने आईपीएल में कोलकाना नाइट राइडर्स के लिए यह काम किया है। पावरप्ले खत्म होने के बाद जब कुलदीप यादव और राहुल चाहर ने विकेट ली थी तो उस समय नीतीश को गेंद साैंपनी चाहिए थी, उससे दो ओवर कराए जा सकते थे। मुझे लगता है कि शायद यहां धवन चूक गए। आखिर समय में जो रन जाते हैं वो दुख देते हैं। भले ही आप नए लड़कों को मौका दे रहे हो लेकिन आपकी प्राथमिकता मैच जीतना ही होनी चाहिए।''
सहवाग कप्तान होते तो क्या करते?
इसके बात सहवाग से सवाल किया गया कि अगर वो कप्तान होते तो ऐसे हालात में क्या करते? इसका जवाब देते हुए सहवाग ने कहा कि वो बीच में नवदीप सैनी से गेंदबाजी करवाते। उन्होंने कहा, ''मैं चक्रवर्ती का प्रयोग आखिरी के ओवरों में करता और कुलदीप यादव के अनुभव का भी फायदा उठाता। तेज गेंदबाजों को आखिरी समय चाैके पड़ सकते हैं। वैसे भी इस पिच पर स्पिनर्स के खिलाफ खेलना मुश्किल भरा था।''
सैनी ने नहीं फेंका एक भी ओवर
धवन से यह गलती रही कि उन्होंने नवदीप सैनी से एक भी ओवर नहीं फेंकवाया। इस मैच में 6 गेंदबाज उतरे, लेकिन धवन ने 5 को आजमाया। चेतन सकारिया सबसे महंगे साबित हुए जिन्होंने 1 विकेट तो लिया लेकिन 34 रन लुटा दिए। आखिरी 2 ओवर में 20 रन चाहिए थे, लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने 19वें ओवर में 12 रन लुटा दिए। वहीं आखिरी ओवर में चेतन भी 8 रन का बचाव नहीं कर सके। अब सीरीज 1-1 की बराबरी पर है।